लघु पनबिचालीघरों के निर्माण की नीति मंचाूर
राय मंत्रिपरिषद की शुक्रवार को हुई बैठक में बिाली सेोुड़े कई फैसले लिए गए। 25 मेगावाट क्षमता तक की लघुोल विद्युत परियोनाओं के विकास की नीति को मांूरी दी गई। इस नीति के तहत निाी क्षेत्र को एसी...
राय मंत्रिपरिषद की शुक्रवार को हुई बैठक में बिाली सेोुड़े कई फैसले लिए गए। 25 मेगावाट क्षमता तक की लघुोल विद्युत परियोनाओं के विकास की नीति को मांूरी दी गई। इस नीति के तहत निाी क्षेत्र को एसी परियोनाएँ लगाने का मौका दियाोाएगा।ड्ढr प्रदेश में 568 मेगावाट पनबिाली उत्पादन की क्षमता है। अब तक चिह्नित 60ोगहों पर 25 मेगावाट क्षमता तक कुल 167 मेगावाट बिाली उत्पादन कियाोा सकता है।ड्ढr बैठक में राय विद्युत उत्पादन निगम के ताप बिालीघरों की पुरानी इकाइयों के आधुनिकीकरण व क्षमता वृद्धि के काम की मांूरी भी दी गई। एनटीपीसी को सलाहकार नियुक्त कर बीएचईएल से एकल निविदा के आधार पर ऑफर हासिल कर यह काम करायाोाएगा। अनपरा बिालीघर की तीन इकाइयों का आधुनिकीकरण होगाोबकि पनकी और पारीछा की 110 मेगावाट की दो-दो इकाइयों और हरदुआगां की एक इकाई की क्षमता बढ़ा कर 120 मेगावाट कीोाएगीोबकि ओबरा की 100 मेगावाट की तीन इकाइयों की क्षमता बढ़ा कर 120 मेगावाट कीोाएगी। अनपरा की 500 मेगावाट की दोनों इकाइयों में आर एंड एम का काम करवायाोाएगा। इसके अलावा एनटीपीसी की दादरी परियोना के दूसर चरण के लिएोलाशय निर्माण के वास्ते सिंचाई विभाग की बेकार पड़ी 81.625 एकड़ोमीन एनटीपीसी को 1418.8पए प्रति वर्ग मीटर की दर से बेचने और उड़ीसा के चेंदीपाड़ा व चेंदीपाड़ा फेा-2 के कोल ब्लाक से कोयले के खनन के लिए संयुक्त उपक्रम के गठन, माइन डेवलपर का चयन खुली निविदा से किएोाने और सलाहकार की नियुक्ित के प्रस्ताव को भी कैबिनेट ने मांूरी दी।