कांग्रेस को वामदलों का समर्थन लेने से परहेज नहीं
ेंद्र में वाम दलों के सहयोग से साढे चार वर्ष सरकार चला चुकी कांग्रेस को नई सरकार बनाने में उसका सहयोग लेने से कोई परहेज नहीं है लेकिन उसका साफ कहना है कि समर्थन के नाम पर किसी को भी वीटो पावर नहीं...
ेंद्र में वाम दलों के सहयोग से साढे चार वर्ष सरकार चला चुकी कांग्रेस को नई सरकार बनाने में उसका सहयोग लेने से कोई परहेज नहीं है लेकिन उसका साफ कहना है कि समर्थन के नाम पर किसी को भी वीटो पावर नहीं दिया जा सकता। सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कई घटकों द्वारा वाम दलों के साथ लेने की बात की आेर ध्यान दिलाए जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना अटकलबाजी होगी। इस बारे में 16 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद ही विचार कर कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की कांग्रेस नीत सरकार के शुरु के साढे चार वर्ष के दौरान वामदलों के सकारात्मक सुझावों को अपनाया गया है तथा उन्हें निर्णय की प्रक्रिया में शामिल भी किया गया लेकिन किसी को भी वीटो पावर नहीं दिया जा सकता। आगे क्या होगा यह तो चुनाव परिणाम के आंकड़ों पर निर्भर करेगा लेकिन दो चरणों के मतदान के बाद एक बात साफ हो जाती है कि केंद्र में अगली सरकार कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग की ही होगी। संप्रग के अगले प्रधानमंत्री को लेकर घटक दलों की आेर से उठ रही स्वर सुनाई देने के संबंध मंे सिंघवी ने कहा कि इसे लेकर कांग्रेस में कोई भ्रम नहीं है। हमारे प्रधानमंत्री के उम्मीदवार डा. मनमोहन सिंह ही हैं। हमारे विरुद्ध चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और लोक जनशक्ित पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान भी डा. सिंह के नाम का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ित किसी और का नाम लेता है तो उसे उसके पक्ष में संख्या बल भी दिखाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस क े सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि डा. सिंह संप्रग के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं।