अब भी गुस्से में सरना धर्मावलंबी
ुड़ुख बाइबल में सरना धर्म विरोधी बातें लिखे जाने को लेकर राजधानी के सरना धर्मावलंबी सोमवार को काफी गुस्से में नजर आये। केंद्रीय सरना समिति ने नेम्हा बाइबल में धर्मविरोधी बातें लिखनेवाले को अविलंब...
ुड़ुख बाइबल में सरना धर्म विरोधी बातें लिखे जाने को लेकर राजधानी के सरना धर्मावलंबी सोमवार को काफी गुस्से में नजर आये। केंद्रीय सरना समिति ने नेम्हा बाइबल में धर्मविरोधी बातें लिखनेवाले को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है।ड्ढr इधर सरना समिति हरातू की ओर से टाटीसिलवे में निकाले गये जुलूस में सोहराय मुंडा, विष्णु मुंडा, मंटू पाहन, संजय टोप्पो, राजेश टोप्पो, हउवा टोप्पो आदि शामिल हुए। समिति के 11 सदस्यों को पुलिस ने बाइबल की प्रतियां जलाते पकड़ा था।ड्ढr उधर, बाइस पड़हा तीन सिमानी सोहराई जतरा समिति की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सरकार को ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर। कार्डिनल का पुतला दहन करनेवालों में राहुल उरांव, सुनील उरांव, राजन उरांव, रांीत महली, मोहन मुंडाआदि शामिल थे।ड्ढr अविलंब हो गिरफ्तारीड्ढr केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सरना समाज को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। सरना धर्म विरोधी बातें लिखने वालों को अविलंब गिरफ्तार किया जाये। यदि शीघ्र उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई, तो समिति किसी भी हद तक जायेगी।ड्ढr रक्षा के लिए आगे आयेंड्ढr आदिवासी धर्म सभा रांची के क्षेत्रीय धर्म चिंतक मुन्ना टोप्पो ने कहा कि आदिवासियों के मूल धर्म को खत्म करने की साजिश की जा रही है। सरना धर्मावलंबी धर्म की रक्षा के लिए आगे आयें।ड्ढr भावनाओं को पहुंची ठेसड्ढr रांची महानगर सरना प्रार्थना सभा के सचिव पारस लकड़ा ने कहा कि नेम्हा बाइबल के माध्यम से सरना धर्मावलंबियों की भावना को जानबूझ कर आहत किया गया है।ड्ढr सरना नवयुवक संघ केंद्रीय समिति के संरक्षक डॉ करमा उरांव ने कहा कि नेम्हा बाइबल में प्रकाशित टिप्पणियां सरना धर्म और समाज की संपूर्ण आस्था पर चोट है। उन्होंने कहा कि बाइबल सोसाइटी पर कार्रवाई होनी चाहिए।ड्ढr विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री रणधीर सिंह और प्रदेश सह मंत्री शांतनुदास गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा है कि बाइबल का मुद्रण करना कुटिलता की पराकाष्ठा है। यह सब सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है। हिंदू जागरण मंच ने कहा कि नेम्हा बाइबल अन्य धर्मो के साथ भद्दा मजाक है। मानवता की दुहाई देने वाले इस मामले पर चुप क्यों हैं, यह समझ से पर है।ड्ढr राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ खूंटी के प्रमोद कुमार ने प्रकाशक बाइबल सोसाइटी ऑफ इंडिया और अनुवादकों को गिरफ्तार कर सजा देने की मांग की है। ं