नंदा ने मारा शेषभारत को पंजा
या आपको नहीं लगता कि दिल्ली टीम स्पिन गेंदबाजी में कमजोर है? ईरानी कप मैच से पहले एक पत्रकार के इस सवाल पर कोच विजय दहिया ने कहा था कि, ‘हमारी टीम में स्पिनर हैं, लेकिन उनके नाम बड़े नहीं है, इसलिए...
या आपको नहीं लगता कि दिल्ली टीम स्पिन गेंदबाजी में कमजोर है? ईरानी कप मैच से पहले एक पत्रकार के इस सवाल पर कोच विजय दहिया ने कहा था कि, ‘हमारी टीम में स्पिनर हैं, लेकिन उनके नाम बड़े नहीं है, इसलिए आप ऐसा कह रहे हैं। हमार पास लेग स्पिनर चैतन्य नंदा है जिसने हाल में निसार ट्रॉफी के मैच की एक पारी में तीन विकेट लिए हैं और वो आपको मैच में दिखाई देगा।’ शुक्रवार को पांच दिवसीय मैच के तीसर दिन नंदा ने दूसरी पारी में शेष भारत की आधी टीम को पैवेलियन की राह दिखा दहिया की बात को सही साबित कर दिया। नंदा ने बेहतरीन लाइन और लेंथ के साथ गेंदों को स्पिन कराते हुए राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जसे महारथियों के विकेट झटके। नंदा के नाम इस मैच में आठ विकेट रहे। नंदा की मेहनत पर दिल्ली के बल्लेबाज पानी फेरते दिखाई दे रहे हैं। दूसर शहरों से यहां आए लोगों ने अपने रल और जहाज के टिकट शनिवार की शाम के लिए बुक कराने की कवायद शुरू कर दी है। दिल्ली को अगले दो दिन के खेल में 265 रन और शेष भारत को 7 विकेट की दरकार है। पहली पारी में 75 रन की बढ़त लेने वाली शेष भारत टीम ने राहुल द्रविड़ और महेन्द्र सिंह धोनी के अलग-अलग अंदाज में ठोके अर्धशतकों की बदौलत दूसरी पारी में 302 रन बनाए। जीत के लिए मिले 378 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली ने तीसर दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में 3 विकेट पर 113 रन बना लिए हैं। गौतम गंभीर 51 रन बनाकर मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने रात भाटिया (31) के साथ तीसर विकेट के लिए 76 रन जोड़े। आकाश चोपड़ा का टखना फील्डिंग करते हुए मुड़ गया था, उनके दायें पैर में सूजन है, उनके बल्लेबाजी करने की उम्मीद कम ही है। इसलिए विरन्दर सहवाग और गंभीर ने पारी शुरू की। जसा कि पिछले मैच से होता आ रहा है सहवाग के ओपनिंग करने पर दिल्ली को शुरुआती झटके लग गए। जहीर खान ने तीसर ही ओवर में सहवाग (03) को और नौवें ओवर में विराट कोहली (16) को एलबीडब्ल्यू कर दो करार झटके दिए। 37 रन पर दो विकेट गिरने से संकट में फंसी दिल्ली को सहारा दिया गौतम गंभीर ने। वो भी आक्रामक अंदाज में। खब्बू बल्लेबाज ने जहीर खान और आर पी सिंह को क्रीा से आगे बढ-बढ़ ़कर चौके ठोके और प्रथम श्रेणी में 34वां अर्धशतक 77 गेंदों पर 8 चौकों से पूरा किया। इससे पहले कल खूंटा गाढ़ कर खेल रहे राहुल द्रविड़ ने नंदा की गेंद पर स्लिप में चोपड़ा को कैच देने से पहले 211 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 6रन बनाए। द्रविड़ ने पूरी सजगता के साथ कुछ दर्शनीय कवर ड्राइव मार प्रथम श्रेणी में अपना 100वां अर्धशतक भी बनाया। वहीं धोनी ने क्रीा पर आते ही आक्रामक अंदाज अपनाया और113 गेंदों पर 12 चौकों और 1 छक्के से 84 रन बनाए। ब्रदीनाथ को सहवाग ने इस बार क्लीन बोल्ड किया और एक गेंद बाद मोहम्मद कैफ को खाता खोलने का मौका दिए बगैर विकेट कीपर बिष्ट के हाथों कैच करा दिया। टेस्ट टीम की दावेदारी में दोनों ही ने निराश किया है। इशांत ने धोनी के रूप में तीसरा विकेट पाया, लेकिन वह निचलेक्रम के बल्लेबाजों के क्रीा पर आने से चौकों से ही शतक पूरा करने के प्रयास में गली में कोहली को कैच दे गए। आशीष नेहरा ने सबसे ज्यादा 8 नोबाल फेंकी, सबसे ज्यादा 84 रन दिए। वह दुर्भाग्यशाली भी सबसे ज्यादा रहे। उनकी गेंदों ने द्रविड़ के बल्ले का किनारा लिया तो गेंद विकेट कीपर के थोड़ा आगे टिप्पा खा गई। धोनी ने ऊंचा कट मारा तो स्लिप में सहवाग के हाथों के जरा ऊपर से गेंद निकल गई। उन्हें एकमात्र सफलता अपने परम मित्र जहीर खान को बोल्ड कर मिली। जहीर ने उनकी गेंद पर चौका भी ठोका था। सहवाग की तो धोनी ने खूब ठुकाई की।