राहुल की टीम में किसी को प्रोन्नति, किसी को निराशा
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद में रविवार को हुए व्यापक फेरबदल से पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी व उनकी युवा टीम की भूमिका को लेकर काफी चर्चा थी लेकिन इस फेरबदल में इसका मिश्रित स्वरूप...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद में रविवार को हुए व्यापक फेरबदल से पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी व उनकी युवा टीम की भूमिका को लेकर काफी चर्चा थी लेकिन इस फेरबदल में इसका मिश्रित स्वरूप देखने को मिला। कुछ युवा नेताओं को प्रोन्नति मिली तो कुछ को निराशा हाथ लगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट को प्रोन्नति देकर जहां राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी को पहली बार मंत्रिपरिषद में जगह दी गई है। पायलट को कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और ज्योतिरादित्य सिंधिया को विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों ही राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं।
मनीष तिवारी को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। इससे पहले यह मंत्रालय अम्बिका सोनी के पास था, जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में काम करने की इच्छा जताते हुए इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इनके अलावा और कुछ और युवा नेताओं को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने को लेकर खासी चर्चा थी। इनमें मध्य प्रदेश से मीनाक्षी नटराजन, तमिलनाडु से मणिका टैगोर और ओडिशा से प्रदीप कुमार मांझी के नाम शामिल थे।
जितिन प्रसाद को प्रोन्नत करने की चर्चा भी धरी की धरी रह गई। उनका सिर्फ विभाग बदल दिया गया है। पहले वह सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय में राज्यमंत्री थे और अब उन्हें रक्षा व मानव संसाधन राज्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया है।
महाराष्ट्र के युवा नेता मिलिंद देवड़ा को न तो प्रोन्नति मिली और न ही उनका विभाग बदला। डी. पुरंदेश्वरी को हालांकि प्रोन्नति तो नहीं मिली लेकिन उनका विभाग जरूर बदल गया। अब वह वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री बन गई हैं। पहले वह मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री थी।
इसी तरह आरपीएन सिंह का विभाग बदलकर उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया है। इससे पहले वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में राज्य मंत्री की भूमिका में थे।