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अलविदा यश, बहुत याद आओगे...शोक में डूबा पूरा बॉलीवुड

बॉलीवुड की कई नामी हस्तियां सोमवार को उपनगरीय अंधेरी स्थित यशराज स्टूडियो में प्रसिद्ध फिल्मकार यश चोपड़ा को अंतिम विदाई देने पहुंची। शरीर के प्रमुख अंगों के काम करना बंद करने के बाद रविवार को चोपड़ा...

अलविदा यश, बहुत याद आओगे...शोक में डूबा पूरा बॉलीवुड
एजेंसीMon, 22 Oct 2012 08:57 PM
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बॉलीवुड की कई नामी हस्तियां सोमवार को उपनगरीय अंधेरी स्थित यशराज स्टूडियो में प्रसिद्ध फिल्मकार यश चोपड़ा को अंतिम विदाई देने पहुंची। शरीर के प्रमुख अंगों के काम करना बंद करने के बाद रविवार को चोपड़ा का निधन हो गया था।
   
80 वर्षीय चोपड़ा को डेंगू की बीमारी होने के बाद गत 13 अक्टूबर को उपनगरीय बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कल शाम 5:30 बजे उनका निधन हो गया।
   
आज सुबह चोपड़ा का पार्थिव शरीर लोगों के दर्शन के लिए स्टूडियो के स्टेज नंबर 3 पर रखा गया, उनका शरीर सफेद फूलों से ढ़का हुआ था। यहां चोपड़ा की एक बड़ी श्वेत-श्याम तस्वीर रखी गयी जिसके आसपास मोमबत्तियां जल रही थीं।
   
चोपड़ा के बेटे आदित्य एवं उदय और अभिनेत्री रानी मुखर्जी को स्टेज के सामने नम आंखों में देखा गया, जबकि उनके परिवार के दूसरे सदस्य और फिल्म जगत के लोग पीछे की ओर बैठे थे।
   
स्टूडियो के सामने और पीछे के द्वार से बहुत सी बॉलीवुड की हस्तियां यहां आते दिखीं। बड़ी संख्या में जुटे प्रशंसकों की भीड़ को देखते हुए स्टूडियो के बाहर पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।
   
चोपड़ा को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां कई जानी मानी हस्तियां पहुंचीं। इनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, शाहरुख खान, विद्या बालन, पंकज कपूर अपनी पत्नी सुप्रिया पाठक और बेटे शाहिद कपूर के साथ, परिणीती चोपड़ा, श्रीदेवी अपने पति बोनी कपूर के साथ, मनोज कुमार, काजोल अपनी मां तनुजा और बहन तनीषा के साथ, तब्बू, कबीर खान अपनी पत्नी मिनी के साथ, प्रेम चोपड़ा, आशुतोष गोवारिकर, विपुल शाह, अब्बास मस्तान, रेमश सिप्पी, गुलजार, सुभाष घई, श्याम बेनेगल, सरोज खान, डेविड धवन, रेसूल पुकुट्टी, इमरान खान और शंकर एहसान लॉय दिखाई दिए।

ऋषि कपूर अपने बेटे रणबीर और भाई रणधीर कपूर के साथ, अर्चना पूरन सिंह अपने पति परमीत सेठी के साथ, पुनीत मल्होत्रा और वरुण धवन भी किंग ऑफ रोमांस को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
   
चोपड़ा का पार्थिव शरीर कल लीलावती अस्पताल से जुहू स्थित उनके घर लाया गया और फिर वाईआरएफ स्टूडियो में इसे रखा गया। इस स्टूडियो की स्थापना चोपड़ा ने ही की थी।
   
चोपड़ा आखिरी बार सार्वजनिक रूप से 11 अक्टूबर को नजर आए थे। चोपड़ा उस दिन अमिताभ बच्चान के 70वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित किए गए समारोह में अपनी पत्नी पामेला के साथ पहुंचे थे।
   
कल रात भी बहुत सारे बॉलीवुड सेलीब्रिटी यशराज स्टूडियो आए थे। इनमें सलमान खान, जॉन अब्राहम, मनीष मल्होत्रा, प्रियंका चोपड़ा, सोनू निगम, अमिताभ बच्चान, उनके बेटे अभिषेक और बहू ऐश्वर्या राय शामिल हैं।
   
चोपड़ा ने वक्त, सिलसिला, दीवार, दिल तो पागल है, वीर जारा के रूप में भारतीय सिनेमा को कई यादगार फिल्में दीं। 27 सितंबर को अपने 80वें जन्मदिन पर उन्होंने शाहरुख के साथ बातचीत में घोषणा की कि वह फिल्म निर्देशन से अब रिटायर हो रहे हैं।
   
उन्होंने कहा था कि शाहरुख, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा को लेकर जब तक है जान, निर्देशक के रूप में उनकी आखिरी फिल्म है। तय कार्यक्रम के अनुसार 13 नवंबर को यह फिल्म रिलीज होने वाली थी।
   
फिल्म का एक गाना बड़े स्तर पर स्विटजरलैंड में फिल्माया जाना था, लेकिन चोपड़ा के बीमार पड़ने के बाद फिल्म के कलाकारों के साथ स्विटजरलैंड का दौरा रद्द करना पड़ा था।

चोपड़ा ने अपने जन्मदिन के मौके पर यशराज स्टूडियो में अपने सिनेमाई सफर के बारे में भी बातचीत की थी। 27 सितंबर, 1932 में लाहौर में पैदा हुए यश अपने माता पिता की आठ संतानों में सबसे छोटे थे।

उनके एक बड़े भाई बी आर चोपड़ा निर्देशक और निर्माता बन गए थे। यश चोपड़ा फिल्मों में पहचान बनाने के लिए अपनी मां का आशीर्वाद लेकर 200 रुपयों के साथ मुंबई आ गए थे।
   
फिल्म उद्योग में चोपड़ा ने अपनी शुरुआत आई एस जौहर के सहायक के रूप में की। उसके बाद उन्होंने अपने भाई के साथ काम किया। वर्ष 1959 में उन्होंने अपने भाई के प्रोडक्शन हाउस के साथ अपनी पहली निर्देशित फिल्म धूल का फूल बनाई। उन्होंने धर्मपुत्र, वक्त और इत्तेफाक जैसी कई महान फिल्मों का निर्देशन किया।
   
वर्ष 1973 में उन्होंने अपनी निर्माण कंपनी यशराज फिल्म्स खोली जिसके बैनर तले उन्होंने दाग बनाई। इसके बाद उन्होंने मारधाड़ से भरपूर दीवार, त्रिशूल, काला पत्थर , मशाल और विजय जैसी फिल्में बनाईं।
   
प्रयोगधर्मिता के उस्ताद चोपड़ा ने मारधाड़ वाली फिल्मों के बाद रोमांटिक फिल्में बनाकर चांदनी, कभी-कभी, सिलसिला, दिल तो पागल है और वीर जारा जैसी हिट फिल्में दीं। इन फिल्मों ने उन्हें बॉलीवुड में रोमांस का बादशाह का खिताब दिलाया।

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