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बिहार में सामंतों की सरकार: लालू

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने शुक्रवार को बरारी और धरहरा की चुनावी सभा में कहा कि उनके गठबंधन की सरकार बनी, तो राज्य में कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। अभी बिहार में फिरकापरस्त ताकतों की सरकार है और उसके...

 बिहार में सामंतों की सरकार: लालू
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने शुक्रवार को बरारी और धरहरा की चुनावी सभा में कहा कि उनके गठबंधन की सरकार बनी, तो राज्य में कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। अभी बिहार में फिरकापरस्त ताकतों की सरकार है और उसके मुंशी हैं नीतीश कुमार। यहां की सरकार अभी सामंतों की है। उन्होंने दावा किया कि अबकी बिहार में एनडीए का खाता तक नहीं खुलेगा। यहां तो राजद-लोजपा - सपा गठबंधन की लहर चल रही है।बरारी की जनसभा में राजद सुप्रीमो ने कहा कि दलितों एवं गरीबों को सम्मान देकर हमने आगे बढ़ाया है और सत्ता में भागीदारी देने का काम किया है। उन्होंने राकांपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र में बिहारियों के साथ अत्याचार हो रहा था तब राकांपा चुप थी।ड्ढr ड्ढr उसने इसका विरोध नहीं किया। धरहरा की सभा लालू यादव ने कहा कि पूर सूबे में राजद, लोजपा, सपा गठबंधन की लहर चल रही है। अबकी बिहार में एनडीए का खाता भी खुलने वाला नहीं है। सूबे में नीतीश कुमार की नहीं बल्कि सामंतों की सरकार है। इस बार राजद, लोजपा, सपा के गठबंधन से साम्प्रदायिक ताकतों का हौसला पस्त हो गया है। श्री यादव ने कहा कि हम हस्तिनापुर पर कब्जा करने जा रहे हैं। मेर बिना केंद्र में कोई सरकार नहीं बन सकती है। इस चुनाव में नीतीश और आडवाणी को औकात का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी के बहकावे में नहीं आना है। हम पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएंगे।ड्ढr ड्ढr साहेबपुरकमाल (बेगूसराय) में लालू प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में राजद, लोजपा व सपा गठबंधन की लहर चल रही है। आर-पार की लड़ाई में अब तक हुए चुनाव में हमारा गठबंधन सभी जगहों पर जीत रहा है। फिरकापरस्त ताकतों को इस चुनाव में हम धूल चटाने जा रहे हैं। इस बार ऐसा छक्का मारंगे कि बॉल बाउंड्री पार कर देंगे और केन्द्र में हमारी ही सरकार बनेगी। शुक्रवार को जौहरीलाल उच्च विद्यालय साहेबपुरकमाल के मैदान में आयोजित चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि आडवाण्ी की जन्म कुंडली में प्रधानमंत्री बनने का योग ही नहीं हैं क्योंकि एनडीए टूट चुका है। उपेन्द्र कुशवाहा, नागमणि, गजेन्द्र हिमांशु, रामजीवन सिंह, रामबदन राय जसे दर्जनों नेता एनडीए गठबंधन से अलग हो चुके हैं। आडवाणी ने बाबरी मसिद ढहवाकर देश को कलंकित किया है। उन्होंने अपने रल मंत्रालय की उपलब्धियों की भी चर्चा की।

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