खरीदी जा सकचचती है अमेरिकचची बैंकचचों कचची हिस्सेदारी
वैश्विक आर्थिक मन्दी के कारण गहराए विश्वव्यापी संकट और इसे रोकने की दिशा में जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों के सुझावों के मद्देनजर अमेरिका ने एक बार फिर पहल करते हुए कहा है कि जरूरत पड़ने पर अमेरिकी...
वैश्विक आर्थिक मन्दी के कारण गहराए विश्वव्यापी संकट और इसे रोकने की दिशा में जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों के सुझावों के मद्देनजर अमेरिका ने एक बार फिर पहल करते हुए कहा है कि जरूरत पड़ने पर अमेरिकी बैंकों की हिस्सेदारी खरीदी जा सकती है। अमेरिकी वित्त मंत्री हेनरी पालसन ने कहा कि बाजार की गिरती हालत को देखते हुए जरूरत पड़ने पर सरकार वित्तीय संस्थानों के शेयर खरीदेगी। उन्होंने कहा कि हम ऐसा करने जा रहे हैं, क्योंकि हम इसे उचित तथा प्रभावी ढंग से कर सकते है। आप मुझ पर विश्वास करिए, हम समय बर्बाद नहीं कर रहे हैं। बैठक में इन देशों के वित्त मंत्रियों ने वित्तीय संस्थानों को सहारा देने के लिए हर संभव आर्थिक उपाय करने की दिशा में सहमति व्यक्त करते हुए यह भी सुनिश्चित किया कि बैंक पूंजी की मात्रा बाजार में उतार सकते हैं, ताकि व्यापारियों तथा आम लोगों का विश्वास बना रहे। यूरोपीय सेन्ट्रल बैंक के अध्यक्ष जीन क्लाड ने कहा कि संकट से निपटने में विभिन्न देशों ने जो प्रतिक्रिया दिखाई हैं, उसे देखते हुए इन उपायों को पूरी तरह लागू करने में बाजारों को अभी कुछ समय चाहिए।