मामला पटना में जलजमाव का: गोलमाल में कई अफसर फंसेंगे!
पटना में जल जमाव के गोलमाल में कई अफसर डूबेंगे! कोर्ट के आदेश के बाद विजिलेंस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। ‘फट्ठा मारने’ वालों से लेकर निगम की ऊंची कुर्सियों पर बैठे हाकिम जांच के दायर में होंगे। कहां...
पटना में जल जमाव के गोलमाल में कई अफसर डूबेंगे! कोर्ट के आदेश के बाद विजिलेंस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। ‘फट्ठा मारने’ वालों से लेकर निगम की ऊंची कुर्सियों पर बैठे हाकिम जांच के दायर में होंगे। कहां कितना खर्च हुआ, सबका भांडा फूटेगा। बरसात में जाम रहे नाले-नालियों और बुलबुला छोड़ते मैनहोल की कहानी से निगमकर्मियों की कारस्तानी का पता लगाने में विजिलेंस की टीम जुट गयी है। मामले की जांच के लिए गठित टीम में फिलहाल छह अफसरों को शामिल किया गया है। ब्यूरो सूत्रों के अनुसार टीम में विजिलेंस एसपी मंजू झा, एडिशनल एसपी पी.के.श्रीवास्तव, डीएसपी पी.एन.मिश्र के अलावा तीन अन्य विजिलेंस डीएसपी को शामिल किया गया है। विजिलेंस के एडीजी नीलमणि टीम को लीड भी कर रहे हैं और पूरी जांच को मॉनीटर भी।ड्ढr ड्ढr पूछने पर एडीजी ने इसकी पुष्टि की। शुरूआती तौर पर विजिलेंस जल जमाव से मुक्ित के लिए राशि के खर्च पर अपना ध्यान केन्द्रीत कर रहा है। इससे जुड़े दस्तावेज जांच टीम में शामिल अफसरों को सौंप दिए गए हैं। फिलहाल दस्तावेजों का अध्ययन किया जा रहा है। ब्यूरो ने पटना में जल जमाव के निदान के लिए निगम द्वारा दिखाए गए काम और खर्च को परखने का भी इंतजाम कर लिया है। इसके लिए विजिलेंस के टेक्नीकल सेल के इंजीनियरों की मदद ली जाएगी। जरूरत पड़ी तो दस्तावेजों में दिखाए गए काम को मौके पर जाकर परखा जाएगा और एक-एक इंच की नापी भी करायी जाएगी। जांच के दौरान विजिलेंस का शिकंजा उनपर भी कसेगा जो किसी न किसी रूप में निगम के इन कार्यो से जुड़े हैं। खासबात यह होगी कि आवश्यकता पड़ने पर विजिलेंस की टीम मुहल्लों और कॉलोनियों में जाकर आम जनता से मिलेगी और तथ्यों को भी जुटाएगी।ं