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पूर्वोत्तर मामला: पलायन में कमी, भय बरकरार

असम हिंसा के बाद पूर्वोत्तर के लोगों को धमकी मिलने और उन पर हमले की अफवाह के बाद शुरू हुआ पलायन का दौर रविवार को कुछ थम गया लेकिन लोगों में भय अभी भी बरकरार है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस...

पूर्वोत्तर मामला: पलायन में कमी, भय बरकरार
एजेंसीSun, 19 Aug 2012 05:04 PM
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असम हिंसा के बाद पूर्वोत्तर के लोगों को धमकी मिलने और उन पर हमले की अफवाह के बाद शुरू हुआ पलायन का दौर रविवार को कुछ थम गया लेकिन लोगों में भय अभी भी बरकरार है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में सात मामले दर्ज किए हैं और पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में 16 लोगों को गिरफ्तार किया।

पुलिस की चुस्ती, 16 लोगों की गिरफ्तारी और दोषियों का सुराग देने पर एक लाख रुपये इनाम की घोषणा के बाद लोगों में विश्वास कायम हुआ है लेकिन लोग एसएमस के जरिये मिले 20 अगस्त का अल्टीमेटम भुला नहीं पा रहे हैं।

इन धमकियों की वजह से पिछले तीन दिनों में हजारों की तादाद में लोग बेंगलुरू से गुवाहाटी पलायन कर गए। इन दिनों अत्यधिक टिकट की बिक्री होने की वजह से रेलवे को विशेष रेलगाड़ी तक चलानी पड़ी। हालांकि इसमें अब कमी आई है और रेलवे का कहना है कि शनिवार को ज्यादा टिकट नहीं बिके इसीलिए विशेष रेलगाड़ी चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। नियम के मुताबिक करीब 2500 टिकट बिकने पर विशेष रेलगाड़ी चलाए जाने का प्रावधान है।

उधर, इस मामले में शनिवार को गृह सचिव आर.के. सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अफवाह पाकिस्तान से फैलाई गई जिसकी वजह से लोग तनाव में आ गए। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार हमारे दावे को खारिज कर रही है।

सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''चक्रवाती तूफान और अन्य हादसों में बोडोलैंड और म्यांमार में मारे गए लोगों की तस्वीरों को तोड़-मरोड़ कर और इसे असम हिंसा और म्यांमार हिंसा में मारे गए लोगों के रूप में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के जरिये फैलाई गई।''

सिंह ने कहा, ''ऐसे 76 वेबसाइट की पहचान की गई जिस पर विकृत तस्वीरें लगाई थी और इनमें से ज्यादातर तस्वीरें पाकिस्तान में अपलोड की गई थीं।''

सिंह ने कहा कि इन सभी वेबसाइट को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसी तरह की 34 अन्य वेबसाइट की पहचान की गई है जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को 15 दिन के लिए थोक एसएमएस और एमएमएस पर पाबंदी लगा चुकी है।

सीबीआई ने शनिवार को असम में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के दोषियों के विषय में सूचना उपलब्ध कराने पर 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है। सीबीआई असम में बोडो एवं बांग्लाभाषी मुस्लिमों के मध्य भड़की हिंसा की जांच कर रही है।

सीबीआई ने बयान में कहा, ''जिस किसी के पास भी सूचना हो वह सीबीआई से 8811099997 या फिर 8811099996 पर फोन या फिर एसएमएस कर सकते हैं। सूचनाएं 03664-241253 पर फैक्स की जा सकती हैं।''

पुलिस ने 16 लोगों को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया। इसमें से आठ लोगों को एसएमएस एवं एमएमएस द्वारा पूर्वोत्तर के लोगों पर हमले से सम्बंधित अफवाह फैलाने वाले एवं आठ लोगों को हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

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