दीपावली को लेकर डीएम, एसपी विशेष चौकसी बरतें
दीवाली में पटाखों से होने वाली दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर बिहार अग्निशमन सेवा मुख्यालय ने सभी डीएम और एसपी के नाम फरमान जारी कर दीपावली में विशेष चौकसी बरतने को कहा है। अगलगी को संभालने के लिए...
दीवाली में पटाखों से होने वाली दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर बिहार अग्निशमन सेवा मुख्यालय ने सभी डीएम और एसपी के नाम फरमान जारी कर दीपावली में विशेष चौकसी बरतने को कहा है। अगलगी को संभालने के लिए फॉयर स्टेशनों ने भी कमर कस ली है। गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा के महानिदेशक सह महासमादेष्टा आशीष रंजन सिन्हा ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों को भेजे पत्र में दीपावली के दौरान आग के खतर से बचाव की विशेष जानकारी दी है।ड्ढr ड्ढr पटाखा विक्रता अपनी दुकानों में लीटर क्षमता के वाटर सीओटू व डीसीपी के दो-दो पोर्टेबल अग्निशमन संयंत्र और दो ड्रम पानी अवश्य रखें। संयंत्र के संचालन की जानकारी दुकानदार या कर्मचारी को होनी चाहिये। इसका सव्रेक्षण अग्निशमन अधिकारियों से भी कराया जाना चाहिये। लोगों से गुजारिश की गई है कि तंग गली के बदले खुले स्थानों पर आतिशबाजी का आनंद उठाने के साथ ही घर में पटाखा का भंडारण नहीं करं। पटाखा छोड़ते समय बच्चों के साथ घर के वयस्क अवश्य रहें। पंडाल या अस्थायी निर्माण स्थल पर अग्निशमन के आपातकालीन नंबर 101 की तख्ती टांगी जानी चाहिये। फॉयर र्टिाडेंट सौल्यूशन में उपचारित कपड़े का पंडाल बनाना बेहतर होगा क्योंकि साधारणतया इनमें आग नहीं लगती। बिजली व्यवस्था में मोटे-नये तारों का प्रयोग पीबीसी कंड्यूट पाइप के अंदर करं और पंडाल में तीन द्वार रखे जाएं। हवन-अगरबत्ती की व्यवस्था पंडाल से बाहर व जमीन पर करने के अलावा पंडाल में 4 ड्रम, 4 बाल्टी, चार मग, दो वाटर सीओटू एवं डाई केमिकल पाउडर अग्शिमगन संयंत्र सुरक्षा के लिहाज से रखना हितकर है।