राष्ट्रपति चुनाव में तृणमूल के मत की जरूरत नहीं: कांग्रेस
कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता के अनुसार राष्ट्रीय राजनीति में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की प्रासंगिकता खत्म हो गई है, और राष्ट्रपति चुनाव में इसके समर्थन की आवश्यकता नहीं...
कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता के अनुसार राष्ट्रीय राजनीति में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की प्रासंगिकता खत्म हो गई है, और राष्ट्रपति चुनाव में इसके समर्थन की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने शुक्रवार को कहा, 'प्रणब दा राष्ट्रपति चुनाव 65 फीसदी से अधिक मतों से जीतेंगे। हमें उनके (तृणमूल) समर्थन की जरूरत नहीं है। वे चाहें तो समर्थन दें या न दें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वे राष्ट्रीय राजनीति में अप्रासंगिक हो चुके हैं।
केंद्र में सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की दूसरी सबसे बड़ी घटक तृणमूल ने अभी तक राष्ट्रपति चुनावों में अपना निर्णय नहीं लिया है। पार्टी ने पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन कलाम ने मना कर दिया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी तक प्रणब मुखर्जी की दावेदारी का विरोध करती रही हैं। ममता ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव के बारे में मतदान से दो-तीन दिन पहले अपना निर्णय लेंगी।
इस सिलसिले में गुरुवार को केंद्रीय मंत्रियों पी. चिदम्बरम एवं कपिल सिब्बल ने भी कोलकाता में ममता से मुलाकात की थी, लेकिन वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला।