मछलियां कर सकती हैं जलवायु परिवर्तन का मुकाबला
धरती को जहां CO2 के बढ़ते स्तर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कुछ समुद्री प्रजातियां ऐसी हैं जो जलवायु परिवर्तन के साथ खुद को बढ़ते समुद्री तापमान और इसकी वजह से होने वाले अम्लीकरण के अनुकूल...
धरती को जहां CO2 के बढ़ते स्तर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कुछ समुद्री प्रजातियां ऐसी हैं जो जलवायु परिवर्तन के साथ खुद को बढ़ते समुद्री तापमान और इसकी वजह से होने वाले अम्लीकरण के अनुकूल बना सकती हैं।
एबीसी की खबर के अनुसार, नेचर क्लाइमेट चेंज पत्रिका में आज प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि पूर्वजों के उच्च कार्बन डाईऑक्साइड स्तर के साथ रहने से समुद्री प्रजातियां खुद को कार्बन डाईऑक्साइड के बढ़ते स्तर के अनुकूल बना सकती हैं।
अध्ययन के दौरान सिनामन एनेमोनेफिश (एंफीप्रियोन मेलानोपस) प्रजाति की मछलियों में से प्रजनन के लिए तैयार जोड़ियों को कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) के तीन विभिन्न स्तरों में रखा गया, ताकि विभिन्न जलवायु परिवर्तन परिदृश्य सामने आ सकें।
इन तीनों स्तरों में सीओ2 का वर्तमान स्तर, मध्यम स्तर (सदी के मध्य में संभावित) और उच्च स्तर (सदी के अंत में संभावित) को शामिल किया गया।
अध्ययन में पता चला कि मछलियों की प्रजनन जोड़ियों के बच्चों या तो अपने पूर्वजों जैसी ही स्थिति लिए हुए थे या फिर उनमें गर्म और अधिक सीओ2 घनत्व जल जैसी विशेषताएं थीं।