महंगाई अब भी स्वीकार्य स्तर से ऊपर: सुब्बाराव
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती नहीं करने के फैसले का बचाव करते हुए इसके गवर्नर डी सुब्बाराव ने मंगलवार को कहा कि महंगाई अब भी स्वीकार्य स्तर से ऊपर है और रुपए के अवमूल्यन तथा अत्यधिक...
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों में कटौती नहीं करने के फैसले का बचाव करते हुए इसके गवर्नर डी सुब्बाराव ने मंगलवार को कहा कि महंगाई अब भी स्वीकार्य स्तर से ऊपर है और रुपए के अवमूल्यन तथा अत्यधिक वित्तीय घाटे से विकास प्रभावित हो रहा है।
इंडियन मर्चेंट्स चैंम्बर्स की 1०4वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि यह (महंगाई) अभी भी स्वीकार्य स्तर से ऊपर है। किस वजह से महंगाई है? इसका कारण खाद्य महंगाई है। सब्जियों और फलों की कीमत काफी अधिक है और जैसे-जैसे वेतन बढ़ता है, खानपान की आदतें बदलती हैं और लोग अधिक प्रोटीन युक्त भोजन करने लगते हैं और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों में महंगाई 15 फीसदी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के लिए कर नहीं बढ़ाना चाहिए, बल्कि खर्च घटाना चाहिए। रिजर्व बैंक ने एक दिन पहले मध्य तिमाही मौद्रिक नीति की घोषणा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखा और कहा कि अतिरिक्त तरलता से महंगाई और बढ़ जाएगी।
समग्र महंगाई दर मई में बढ़कर 7.55 फीसदी हो गई, जो अप्रैल में 7.23 फीसदी थी। खाद्य महंगाई दर मई में बढ़कर 1०.74 फीसदी हो गई, जो अप्रैल में 8.25 फीसदी थी।