चुनाव नहीं लड़ेंगे कलाम, ममता-भाजपा को झटका
चुप्पी तोड़ते हुए एपीजे अब्दुल कलाम ने सोमवार को ऐलान किया कि वह राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। कलाम के इस फैसले से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के प्रयासों को झटका लगा है। दोनों दल उन्हें संप्रग...
चुप्पी तोड़ते हुए एपीजे अब्दुल कलाम ने सोमवार को ऐलान किया कि वह राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। कलाम के इस फैसले से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के प्रयासों को झटका लगा है। दोनों दल उन्हें संप्रग उम्मीदवाद प्रणव मुखर्जी के खिलाफ विपक्ष का उम्मीदवार बनाने के बारे में सोच रहे थे।
पूर्व राष्ट्रपति कलाम के नाम का प्रस्ताव तृणमूल नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था। कलाम ने कहा कि उन्होंने मामले को समग्रता से देखने के बाद और मौजूदा राजनीतिक हालात के मद्देनजर फैसला किया है कि वह मुकाबले में नहीं उतरेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति ने एक बयान में स्पष्ट किया कि उन्होंने एक और बार राष्ट्रपति बनने की न तो कभी इच्छा रखी न ही चुनाव लड़ने में दिलचस्पी ली, लेकिन ममता और अन्य राजनीतिक दल उन्हें उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते थे।
कलाम ने पहले कहा था कि वह मुकाबले में उतरने के बारे में विचार कर सकते हैं, बशर्ते उनकी जीत पक्की होने की उम्मीद नजर आये। उन्होंने मुकाबले से बाहर रहने का फैसला संभवत: इसलिए लिया, क्योंकि उन्हें यकीन था कि तृणमूल, भाजपा और कुछ अन्य दलों के समर्थन के बावजूद उनके पास अपेक्षित संख्या नहीं होगी।
प्रणव के खिलाफ कलाम को उतारने की तैयारी में जुटी तृणमूल ने कलाम के इस फैसले पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। कलाम को विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा ने भी यह कहते हुए प्रतिक्रिया से इंकार कर दिया कि प्रणव के खिलाफ उम्मीदवार उतारा जाए या नहीं, यह फैसला राजग कल कर सकती है।
कांग्रेस ने कलाम के फैसले का स्वागत करते हुए ममता से कहा कि वह प्रणव को समर्थन के बारे में विचार करें।