जलवायु परिवर्तन के कारण सिंधु घाटी सभ्यता का हुआ पतन
एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि करीब चार हजार साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के पीछे का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन हो सकता है। इस नए अध्ययन में हिन्दू मान्यता की पवित्र नदी सरस्वती के...
एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि करीब चार हजार साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के पीछे का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन हो सकता है।
इस नए अध्ययन में हिन्दू मान्यता की पवित्र नदी सरस्वती के स्रोत और अस्तित्व को लेकर लंबे समय से जारी बहस को सुलक्षाने का भी दावा किया गया है। इस अध्ययन में पुरातत्व विभाग और अत्याधुनिक भूविज्ञान तकनीकों से जुड़े नए आंकड़े भी पेश किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि मानसून बारिश में आई कमी नदी के प्रवाह को कमजोर करने का कारण बनी जिसने हड़प्पा संस्कृति के विकास और पतन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हड़प्पा संस्कृति अपने कृषि कार्यों के लिए पूरी तरह से नदी के प्रवाह पर निर्भर थी।
प्रोसीडिंग्स आफ द नेशनल एकैड़मी ऑफ साइंसेज पत्रिका में छपे निष्कर्षों में अंतरराष्ट्रीय दल ने उपग्रह से हासिल तस्वीरों और स्थलाकतिक आंकड़ों का उपयोग किया और सिंधु तथा उसके आस पास बहने वाली नदियों के प्रभाव क्षेत्र के डिजिटल मानचित्रों का विश्लेषण किया।
समय के साथ भू भाग में आए बदलाव का पता लगाने के लिए तलछट के मूल स्रोतों का पता लगाने के लिए नमूने एकत्रित किये गये। इन नमूनों से यह भी पता लगाने की कोशिश की गई कि तलछट में नदियों या हवा के कारण समय के साथ क्या क्या परिवर्तन आए।