व्हाइट हाउस के लिए टीम चयन में जुटे ओबामा
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने प्रशासन के लिए उपयुक्त व्यक्तियों का चयन करना आंरभ कर दिया है। मीडिया रिपोटरें के अनुसार हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के चौथी...
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने प्रशासन के लिए उपयुक्त व्यक्तियों का चयन करना आंरभ कर दिया है। मीडिया रिपोटरें के अनुसार हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के चौथी वरीयता के रैम इमैनुएल को व्हाइट हाउस का चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किए जाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इमैनुएल पूर्व राष्ट्रपति बिल क्िलंटन के साथ भी काम कर चुके हैं। समाचार पत्र ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार इमैनुल अपनी कार्यक्षमता और रणनीति के कारण पार्टी हलकों में रैम्बो के नाम से जाने जाते हैं। सत्ता हस्तांतरण कार्यक्रम की निगरानी व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ जान डी. पोडेस्टा, ओबामा के मित्र और वरिष्ठ चुनाव सलाहकार वोलेरी जेरेट्ट और उनके पूर्व सीनेट चीफ ऑफ स्टाफ पेट रोस करेंगे। यह दल वाशिंगटन और शिकागो की एक संघीय इमारत में अपना कार्यालय खोलेगा। यह दल एक सलाहकार बोर्ड की राय से अपना कार्य करेगा। इस बोर्ड में क्िलंटल के पूर्व सहयोगियों और ओबामा तथा उपराष्ट्रपति जो बिडेन के सहयोगियों और विश्वस्तों का जमावड़ा है। ओबामा की टीम ने सत्ता हस्तांतरण के समाचारों के लिए ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट चेंज डॉट जीओवी’ नामक वेबसाइट भी आंरभ की है। समाचार पत्र ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार ओबामा अगले हफ्ते तक अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों का चयन पूरा कर सकते हैं। उनके स्टाफ के अनुसार मंत्रियों के चयन पर विचार काफी पहले से जारी है। संभावना है कि काफी ऐसे लोगों को मंत्री बनाया जा सकता जो अभी मुख्य राजनीतिक परिदृश्य से बाहर हैं। उधर डेमोक्रेट बराक ओबामा की विजय से मिस्र् के राजनीतिक हलकों को उम्मीद है कि ओबामा ने जिस बदलाव का संकल्प लिया है उसकी छाप दुनिया के इस हिस्से में भी दिखेगी। मुस्लिम ब्रदरहुड मूवमेंट के वरिष्ठ नेता एस्साम अल-एरियान ने ओबामा की जीत को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा है कि इससे रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अतीत में अपनाई गई फूट डालने वाली नीतियों से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने ओबामा की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक ऐसे इंसान हैं जो दुनिया को तबाह और दुख पहुंचा चुकी नीतियों को दुरुस्त करेंगे। मिस्र् के राजनीतिक दलों का मानना है कि ओबामा के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से उनका वास्ता एक ऐसे अमेरिका से पड़ेगा जो हमले से ज्यादा बातचीत का इच्छुक है। उन्हें उम्मीद है कि ओबामा विदेश नीति में बदलाव लाने का वायदा पूरा करेंगे। ओबामा ने ईरान के परमाणु संकट से निपटने, इराक में स्थायित्व लाने तथा अरब-इस्राइल संघर्ष का समाधान खोजने की प्रतिबद्धता जतायी है। अल-एरियान जहां इराक से हटने के ओबामा के वायदे को बुश प्रशासन द्वारा की ऐतिहासिक भूल का सुधार मानते हैं। वहीं उनका मानना है कि पश्चिम एशिया में संकट और अस्थिरता की वजह फिलीस्तीन के मसले की वजह से है। उधर वामपंथी अल-तगाम्मु पार्टी के महासचिव रेफात अल-सैद की राय है कि जब इजरायल के साथ संघर्ष का मौका आने पर ओबामा उनके प्रति कड़ी नीति अपनाएंगे। अमेरिका और मिस्र् के बीच संबंध पिछले पांच साल से बेहतर नहीं चल रहे हैं। पश्चिम एशिया विशेषकर इराक तथा अरब-इस्रइल संघर्ष के बारे में दोनों देशों में मतभेद हैं। इस बीच अमेरिकी विदेशमंत्री कोंडोलीजा राइस ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में विजयी बराक ओबामा को प्रेरणादायक बताते हुए विदेश विभाग मंे प्रशासनिक बदलाव को सहज बनाने के लिए हर संभव उपाय का वादा किया। अमेरिका की पहली अश्वेत विदेशमंत्री ने ओबामा की जीत पर कहा कि यह ऐसी लोकतांत्रिक कार्रवाई है जिस पर अमेरिकी लोगों को गर्व है। बुधवार को विदेश विभाग में पत्रकारों से राइस ने व्यक्तिगत रूप से कहा कि एक अश्वेत अमेरिकी होने के कारण ओबामा की जीत पर मुझे विशेष गर्व है। क्योंकि इस देश ने नस्लीय ोदभाव को समाप्त करने के लिए बहुत लंबा प्रयास किया है। राइस ने कहा कि यह कार्य आज ही पूरा नहीं हो जाता, परंतु निश्चय ही उस दिशा में यह बहुत बढ़ा कदम है। उन्होंने महान देशभक्त की संज्ञा देते हुए जान मैेन की भी प्रशंसा की। अमेरिकी विदेशमंत्री ने राजनीतिक मामलों के उप विदेशमंत्री विलियम बर्न्स,प्रबंधन मामलों के उप विदेशमंत्री पैट्रिक केनेडी को विदेश मंत्रालय में प्रशासन हस्तांतरण के कार्यकारी सचिव डेनियल स्मिथ के साथ काम करने के लिए विशेष तौर पर नियुक्त किया है। अमेरिकी में विदेश विभाग में प्रशासनिक बदलाव के पारंपरिक तरीके में नवनियुक्त विदेशमंत्री अपने पूर्ववर्ती अधिकारियों से सुरक्षा, नीति और प्रबंधन सहित सभी मामलों पर विचार-विमर्श करता है।