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रात कैंप में गुजारने के बाद घर पहुंचे कलेक्टर मेनन

माओवादियों के चंगुल से गुरुवार शाम छूटने के बाद एक रात सीआरपीएफ कैंप में बिताने के बाद शुक्रवार को कलेक्टर मेनन अपने सरकार आवास सुकमा पहुंच गए, जहां उनकी पत्नी ने आरती कर उनका स्वागत किया। छत्तीसगढ़...

रात कैंप में गुजारने के बाद घर पहुंचे कलेक्टर मेनन
एजेंसीFri, 04 May 2012 12:30 PM
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माओवादियों के चंगुल से गुरुवार शाम छूटने के बाद एक रात सीआरपीएफ कैंप में बिताने के बाद शुक्रवार को कलेक्टर मेनन अपने सरकार आवास सुकमा पहुंच गए, जहां उनकी पत्नी ने आरती कर उनका स्वागत किया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में स्थित सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन शुक्रवार सुबह हेलिकॉप्टर से माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल के साथ चिंतलनार से सुकमा पहुंचे।

सुकमा पहुंचने के बाद कलेक्टर सीधे अपने सरकारी आवास पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बस्तर क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। घर पहुंचने के बाद वहां मौजूद उनकी पत्नी आशा मेनन और उनके परिजनों ने कलेक्टर का आरती उतारकर स्वागत किया। वहीं मेनन ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि वे स्वस्थ्य हैं और उन्होंने सबको धन्यवाद दिया।

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गुरूवार की शाम मेनन के रिहा होने के बाद उन्हें चिंतलनार में स्थित सीआरपीएफ के शिविर में ले जाया गया तथा उनके स्वास्थ्य की जांच की गई। राज्य के वरिष्ठ अधिकारी कलेक्टर मेनन से अभी तक के घटनाक्रम के बारे में पूछताछ करेंगे।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का माओवादियों ने 21 अप्रैल को जिले के मांझीपारा गांव से अपहरण कर लिया था। इस दौरान माओवादियों ने उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी।

कलेक्टर की रिहाई के लिए राज्य सरकार की ओर से मध्यस्थ निर्मला बुच और एसके मिश्रा तथा माओवादियों की ओर से बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल ने पांच दौर की लंबी बातचीत की थी।

इसके बाद राज्य सरकार और माओवादियों के वार्ताकारों के मध्य एक समझौता हुआ जिसके तहत राज्य के जेलों में बंद आदिवासियों के मामले की जांच और सुनवाई की प्रगति की समीक्षा के लिए निर्मला बुच की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार समिति का गठन किया गया है।

इसके बाद माओवादियों ने 12 दिनों के बाद गुरूवार को ताड़मेटला में कलेक्टर मेनन को अपने मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल को सौंप दिया था। इसके बाद कलेक्टर मेनन चिंतलनार में ही रूक गए थे तथा अपने घर सुकमा पहुंचे।

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