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भारतीय-अमेरिकी नौसैनिक मिलकर दिखाएंगे दम

बंगाल की खाड़ी में आयोजित होने वाले दस दिवसीय वार्षिक मालाबार अभ्यास में निर्देशित मिसाइल क्रूजर, विध्वंसक और पनडुब्बी से लैस अमेरिकी और भारतीय नौसैनिक हिस्सा लेंगे। अमेरिका के सातवें बेड़े ने...

भारतीय-अमेरिकी नौसैनिक मिलकर दिखाएंगे दम
एजेंसीFri, 06 Apr 2012 12:01 PM
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बंगाल की खाड़ी में आयोजित होने वाले दस दिवसीय वार्षिक मालाबार अभ्यास में निर्देशित मिसाइल क्रूजर, विध्वंसक और पनडुब्बी से लैस अमेरिकी और भारतीय नौसैनिक हिस्सा लेंगे।

अमेरिका के सातवें बेड़े ने शुक्रवार को की गई घोषणा में कहा, जहाजरानी परपंराओं में अमेरिका और भारत समान मूल्य साझा करते हैं। हमारी नौसेनाएं पारंपरिक स्वाभाविक साझेदार हैं और हम अपनी नौसेनाओं के बीच संबंधों और निजी रिश्तों को और मजबूत करना चाहते हैं।

बेड़े ने कहा कि नियमित रूप से निर्धारित होने वाला नौसैनिक प्रशिक्षण अभ्यास का दायरा और जटिलता हाल के वर्षों में बढ़ी है। बहुराष्ट्रीय समुद्री संबंधों और आपसी सुरक्षा मुद्दों पर आगे बढ़ने के लिए किये जाने वाले श्रृंखलाबद्ध अभ्यासों में मालाबार 2012 सबसे नवीनतम है।

उसने कहा कि इस अभ्यास में अमेरिका की ओर से विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन, निर्देशित मिसाइल क्रूजर यूएसएस बंकर हिल, निर्देशित मिसाइल विध्वंसक यूएसएस हैलसी, रसद पोत, पी़3सी विमान और एक पनडुब्बी हिस्सा लेगी।

सातवें बेड़े की ओर जारी बयान में कहा गया है कि इस अभ्यास के तहत तटीय और समुद्री दोनों तरह के प्रशिक्षण होंगे। प्रशिक्षण में विषयगत विशेषज्ञता और जलदस्यु निरोधक अभियानों, विमान वाहक अभियानों, समुद्री गश्त, टोही अभियानों और पनडुब्बी निरोधक युद्ध अभियानों संबंधी पेशेवर आदान प्रदान शामिल है।

समुद्र में प्रशिक्षण का पहला चरण चेन्नई के आसपास जबकि दूसरा चरण बंगाल की खाड़ी तथा निकोबार द्वीपों के पश्चिम में किया जाएगा। अभ्यासों की रुपरेखा इस तरह से बनायी गई ताकि इसमें हिस्सा लेने वालें देशों की सेनाओं के बीच समन्वय और बहुराष्ट्रीय परिस्थिति में योजना तथा सामरिक अभियानों को अंजाम की क्षमता में वृद्धि हो।

बयान में कहा गया है, भारतीय नौसेना तथा अमेरिका के सातवें बेड़े में समुद्र में कार्य करने के साझा माहौल की समान समझ और जानकारी है। इस अभ्यास से हमारे नौसैनिकों के बीच समझ के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी और हम आशा करते हैं कि यह प्रक्रिया आगे भी जारी रख सकेंगे।

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