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प्रज्ञा, पुरोहित से संबंध के राज उगले दयानंद ने

मालेगांव में हुए धमाके के मामले में बुधवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार किए गए सुधाकर द्विवेदी ऊर्फ दयानंद पांडेय उर्फ अमृतानंद स्वामी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल...

 प्रज्ञा, पुरोहित से संबंध के राज उगले दयानंद ने
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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मालेगांव में हुए धमाके के मामले में बुधवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार किए गए सुधाकर द्विवेदी ऊर्फ दयानंद पांडेय उर्फ अमृतानंद स्वामी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित के साथ सम्बन्ध होना स्वीकार किया है। लखनऊ की एक अदालत ने गुरुवार को सुधाकर द्विवेदी को आगामी 16 नवम्बर तक मुम्बई के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को ट्राजिट रिमांड पर दिया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश के अनुसार सुधाकर को 16 नवम्बर की शाम चार बजे तक नासिक की अदालत में पेश किया जाना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुधाकर ने शुरूआती पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह श्रीकांत पुरोहित और प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जानता है। उसके फोन काल के पूरे विवरण से भी इस बात का खुलासा होता है कि वह सेना के अधिकारी पुरोहित और प्रज्ञा के सम्पर्क में था। मुम्बई एटीएस की पूछताछ में मालेगांव विस्फोट के बारे में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है। सुधाकर को वाराणसे विद्वत परिषद ने शंकराचार्य की उपाधि दी थी। सुधाकर दस साल पहले धर्म के व्यापार से जुड़ा। गुरू नानक जयंती पर अवकाश होने के कारण सुधाकर द्विवेदी को गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार सिंह के आवास पर ही पेश करना पड़ा और वहीं से उसे ट्रांजिट रिमांड पर देने की अनुमति मिली। मुम्बई के एटीएस और उत्तर प्रदेश पुलिस के एटीएस ने बु़धवार दोपहर कानपुर के रावतपुर गांव से सुधाकर द्विवेदी को गिरफ्तार किया था। मुम्बई एटीएस ने नासिक की अदालत से दयानन्द पाण्डेय के नाम से पूछताछ के लिए हिरासत में लेने का आदेश देने का आग्रह किया था लेकिन बुधवार को उसके सामने अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब गिरफ्तार व्यक्ित का नाम सुधाकर द्विवेदी निकला। हालांकि एटीएस के लिए थोड़ी राहत की बात यह थी कि दोनों नाम का उर्फियत स्वामी अमृतानन्द ही है। उसका जम्मू के शारदा सर्वज्ञ पीठ के पीठाधीश्वर का पद भी सही था। प्रारम्भिक पूछताछ के दौरान यह तथ्य उभरकर सामने आए। मालेगांव विस्फोट के तार कानपुर से भी जुड़े होने की सूचना के बाद मुम्बई एटीएस के ए.सी.पी. स्तर के दो अधिकारी एम.कुलकर्णी और एक अन्य दो दिन पहले यहां आए थे तथा बुधवार को कानपुर के रावतपुर गांव से सुधाकर को उसके भाई के घर से हिरासत में लिया।

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