पाक ने कर्जे के लिए आईएमएफ से गुहार लगाई
लगातार बदहाली की आेर बढ़ रहे पाकिस्तान ने अपने भुगतान संकट की भरपाई करने तथा अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कम से कम 7.6 अरब डालर कर्जे की मांग की है।...
लगातार बदहाली की आेर बढ़ रहे पाकिस्तान ने अपने भुगतान संकट की भरपाई करने तथा अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कम से कम 7.6 अरब डालर कर्जे की मांग की है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह चिंता सता रही है कि आर्थिक रुप से जर्जर हो चुके पाकिस्तान की इस स्थिति का फायदा अल कायदा उठा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ इस्लामिक आतंकवादी संगठन पाकिस्तान को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। पाकिस्तान के शीर्ष आर्थिक सलाहकार शौकत तरीन ने यहां बताया कि आईएमएफ पहले ही पाकिस्तान को कर्ज देने पर सहमति व्यक्त कर चुका है और कुछ औपचारिकताआें को अभी पूरा किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते आईएमएफ को एक औपचारिक पत्र भेजा जाएगा। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान सरकार ने आईएमएफ से नौ अरब डालर कर्जे का आग्रह किया था और उसी के आधार पर अब 7.6 अरब डालर दिए जाने की बात कही गई हैं। उन्होंने कहा कि हम इतनी धनराशि चाहते हैं ताकि अगले तीन महीनों का आयात बिल चुकाया जा सके। पिछले हफ्ते तक पाकिस्तान सरकार के पास तीन हफ्तों के आयात बिल को चुकाने की ही राशि थी। तरीन ने बताया कि इस कर्जे की ब्याज दर 3.51 से 4.51 प्रतिशत रहेगी और इसे वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक चुकाया जा सकेगा। पाकिस्तान में इस समय महंगाई दर 25 प्रतिशत से अधिक चल रही है।