सऊदी तेल टैंकर पर कब्जा बड़ा दुस्साहस
ेन्याई समुद्री तट से 830 किलोमीटर दूर अदन के खाड़ी क्षेत्र में नवीनतम घटना के तहत सऊदी सुपर तेल टैंकर का अपहरण सोमालियाई दस्युओं की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस विशाल पोत पर 10 करोड़ डॉलर का...
ेन्याई समुद्री तट से 830 किलोमीटर दूर अदन के खाड़ी क्षेत्र में नवीनतम घटना के तहत सऊदी सुपर तेल टैंकर का अपहरण सोमालियाई दस्युओं की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस विशाल पोत पर 10 करोड़ डॉलर का तेल लदा है। अमेरिकी नौसेना ने इस अपहरण को ‘अप्रत्याशित’ बताया है। इसके साथ ही सोमालियाई तट की विश्व के सबसे खतरनाक क्षेत्रों में गिनती होने लगी है। जानिए की किस तरह पोतों पर कब्जा किया जाता है। समुद्री दस्यु अपने फन में माहिर होते हैं। उनका अभियान बेहद सधा हुआ और अत्याधुनिक तौर-तरीकों से भरा होता है। वे पूरी तरह हाई-टेक उपकरणों और अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं। वे हमले में अति शक्ितशाली स्पीड नौकाओं का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें जहाजों की सूचना अदन की खाड़ी में मौजूद बंदरगाहों में सक्रिय अपने नेटवर्क से मिलती है। जहाज पर चढ़ने के लिए वे रस्सियों और लैडर का इस्तेमाल करते हैं। कई मर्तबा वे फायरिंग भी करते हैं। इससे उन्हें जहाज पर सवार होने में आसानी होती है। जहाज पर कब्जा करने के बाद वे इसे सोमालियाई ‘पाइरैट हब’ कहे जाने वाले इएल शहर की ओर मोड़ लेते हैंे। यहां बंधकों को सामान्य देखरख में रखा जाता है और फिरौती को लेकर सौदेबाजी शुरू की जाती है। आखिर इस लूट पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही है। अदन की खाड़ी और हिन्द महासागर पर वैसे तो नौ देशों के जंगी पोत गश्त करते हैं लेकिन इससे घटनाएं रुकती नहीं, बल्कि शिफ्ट हो जाती हैं। फिर, एक बार पोत पर कब्जा होने के बाद हालात हाथ से निकल जाते हैं और सैनिक कार्रवाई कठिन हो जाती है।ो