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आर्थिक आपातकाल का खतरा : आडवाणी

भाजपा का आरोप है कि विधानसभा चुनावों के ठीक पहले कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों में अपने खोए जनाधार को हासिल करने लिए हिंदू आतंकवाद का पासा फेंककर देश को सांप्रदायिक विभाजन की ओर ले जा रही है। भाजपा के...

 आर्थिक आपातकाल का खतरा : आडवाणी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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भाजपा का आरोप है कि विधानसभा चुनावों के ठीक पहले कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों में अपने खोए जनाधार को हासिल करने लिए हिंदू आतंकवाद का पासा फेंककर देश को सांप्रदायिक विभाजन की ओर ले जा रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एम. वेकैया नायडू ने पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि पहले कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए सीबीआई का दुरुपयोग करती थी अब एटीस का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हवाला में आडवाणी के खिलाफ और सेंट् किट्स में वीपी सिंह के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल किया। अब जब विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और लोकसभा चुनाव निकट हैं तो एटीएस को हथियार बनाया जा रहा है। नायडू ने सवाल उठाया कि एटीएस की जांच के नाम पर हिंदू आतंकवाद की खबरं प्लांट कराई जा रही हैं। बकौल नायडू एटीएस की रनिंग कमेंट्री बंद होनी चाहिए। पहले वह जांच पूरी कर फिर दावा कर। बिना सुबूत के बार-बार बयान देकर फिर उन्हें बदलने से इसमें राजनीतिक षडयंत्र की बू आती है। नायडू ने कहा कि मालेगांव में 2006 में ब्लास्ट हुए। तब से एटीएस क्या कर रही थी। ठीक चुनाव से पहले ही साध्वी प्रज्ञा की गिरफ्तारी और उससे बाद एटीएस के दावों से सवाल पैदा होते हैं। मुंबई विस्फोटों में 200 लोग मार गए। उनकी जांच का क्या हुआ। कितने गिरफ्तार किए गए। कितने जेहादियों का अब तक नारको टेस्ट किया गया। पार्टी ने आगाह किया कि एटीएस पेशेवर जांच एजेंसी का कार्य कर न कि राजनीतिक एजेंडे पर। नायडू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने फायदे के लिए पंजाब में भिंडरावाले को पैदा किया, आंध्र में नक्सलियों का समर्थन किया तो असम में उल्फा तथा सुल्फा पैदा किए। कश्मीर में भी पाक का झंडा फहराने वालों को कांग्रेस समर्थित सरकार का समर्थन रहा। जबकि भाजपा का रुख साफ है। आतंकवाद को धर्म के आधार पर वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी साधु-संत के खिलाफ जांच से पार्टी को ऐतराज नहीं है लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही उसकी भूमिका के बार में दावे किए जाएं।

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