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मैं अपनी बेटी के लिए फिल्मों में वापस आया हूं!

साल 2009 में शाइनी का करियर तेजी से उभर रहा था लेकिन उसी दौरान अपनी नौकरानी के साथ रेप केस में वह ऐसे फंसे कि बदनामी के साथ जेल की हवा भी खानी पड़ी। हालांकि उन्हें जमानत मिल गई मगर उनके करियर पर...

मैं अपनी बेटी के लिए फिल्मों में वापस आया हूं!
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 14 Jan 2012 10:43 AM
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साल 2009 में शाइनी का करियर तेजी से उभर रहा था लेकिन उसी दौरान अपनी नौकरानी के साथ रेप केस में वह ऐसे फंसे कि बदनामी के साथ जेल की हवा भी खानी पड़ी। हालांकि उन्हें जमानत मिल गई मगर उनके करियर पर सवालिया निशान लग गए। ऐसे में उन्हें निर्देशक पूजा जतिंदर ने फिल्म घोस्ट में फिर से ब्रेक दिया। अपनी वापसी के बारे में शाइनी खुद बात कर रहे हैं।

पिछले तीन साल के दौरान मेरे साथ ऐसा बहुत कुछ हुआ जिसने मुझे शिद्दत से अहसास कराया कि कौन अपना है और कौन पराया। कुछ ऐसे लोग जो मुझे जानते थे। उनमें से कई ने मुझ पर विश्वास जताया और कई ने मुझे शर्मसार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन मेरी बीवी ने मेरा साथ नहीं छोड़ा, वो लगातार मेरे साथ चट्टान की तरह खड़ी रही।

इंडस्ट्री में मुझे उन लोगों ने सपोर्ट किया, जो मुझे पहले से जानते थे और वे कोई छोटे लोग भी नहीं थे जैसे सुधीर मिश्र, प्रतीश नंदी, जानू बरूआ और अनुभव सिन्हा वगैरह। लेकिन कई लोगों ने इन्डस्ट्री में मेरे खिलाफ हवा बनाई थी जिसके तहत वे मुझे दुनिया का सबसे बुरा आदमी साबित करने पर तुले हुए थे। जब मैं जेल में था तो मुझे लगता था कि सब खत्म हो चुका है। उस दौरान कई ऐसे लमहे बीते जो सदा के लिए मेरे जेहन में घर कर गए।

मसलन मेरी नानी बीमारी थीं। मैं उनसे मिलने अस्पताल गया, तो उनके बराबर में ही एक बुजरुग महिला ने मुझे देखा और मुस्कराते हुये गाने लगी, ‘ऐसी हमारी अधूरी कहानी’। ये सुनकर मेरी आंखे भर आई। वो बात सदा के लिए मेरे दिल पर छप चुकी है। जब मैं जेल से बाहर आया तो मेरे सामने सबसे बड़ा सवाल था कि अब क्या करूं?

दरअसल जिन दिनों मैं जेल गया उन दिनों मेरे पास कई फिल्में थीं। उनमें से कई लोगों ने मेरा इंतिजार किया और कई ने फिल्में अधूरी छोड़ दीं। कई लोगों ने किसी ओर के साथ फिल्म बना ली। मैंने तो यहां तक सोच लिया था कि केस के निपट जाने के बाद देश से बाहर कही शिफ्ट हो जाउंगा, लेकिन फिर मुझे ख्याल आया कि आज नहीं तो कल मेरी बेटी अगर मुझसे सवाल करेगी कि मैने देश क्यों छौड़ा, तो मैं उसे क्या जवाब दूंगा, लिहाजा मैने वो ख्याल फौरन अपने दिमाग से निकाल दिया।

और एक बार फिर नये सिरे से जिन्दगी की शुरुआत करने का फैसला किया। उस वक्त मेरी बेटी और बीवी ने मेरा पूरा साथ दिया। उन्होंने मुझमें दोबारा यकीन पैदा कर जीने की आस जगाई। लिहाजा मैने लोगों से धीरे धीरे मिलना शुरू किया। इसी बीच मुझे मेरी मुंह बोली बहन और निर्देशक पूजा जतिंदर ने घोस्ट में नायक की भूमिका ऑफर की। इस फिल्म में मैं विजय सिंह नामक एक ऐसा पुलिस आफिसर हूं, जो एक अस्पताल में लगातार हो रहे मर्डर की जांच कर रहा है। इस फिल्म में मेरे साथ रशियन अभिनेत्री जूलिया ब्लिस काम कर रही है।

इसके अलावा भी मेरे पास कुछ फिल्में हैं। जिनमें से एक फिल्म है ‘हर पल’ जिसमें मेरे साथ प्रीति जिन्टा हैं और सोहा अली के साथ एक फिल्म ‘एक्सिडेन्ट’ है।

प्रोफाइल
दिल्ली के रहने वाले शाइनी आहूजा ने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की थी। स्कूल और कॉलेज में थिएटर के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के साथ कई वर्कशॉप कीं। फिर वह टैग थिएटर ग्रुप से जुड़ गए। यहीं उनका संपर्क बैरी जॉन से हुआ और उन्होंने बाकायदा ऐक्टिंग की ट्रेनिंग ली।

इसके बाद वह मुंबई चले गए जहां शुरुआती दिनों में उन्होंने मॉडलिंग की। बाद में सुधीर मिश्र ने उन्हें अपनी फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी में पहला ब्रेक दिया। इस फिल्म के लिए शाइनी को बेस्ट डेब्यू एक्टर की श्रेणी में फिल्म फेयर अवार्ड, स्क्रीन अवार्ड, आईफा अवार्ड, जी सिने अवॉर्ड और स्टारडस्ट अवार्ड मिला। इसके बाद शाइनी ने गैंगस्टर, खोया खोया चांद, फना, जिंदगी रॉक्स, लाइफ इन ए मेट्रो, हाइजैक, भूल भुलैया, वो लमहे जैसी कई फिल्मों में काम किया।
प्रस्तुति: श्याम शर्मा

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