टूट गयी मां, डिग गया पिता का धैर्य
इंजीनियर पुत्र मलयेश बनर्जी की मां मृदुला बनर्जी अंदर से टूट गयी हैं। उनपर दुखों का पहाड़ गिर पड़ा है। मलयेश के पिता प्रो मानवेंद्र बनर्जी धैर्यवान हैं, लेकिन उनका भी धैर्य पुत्र के शव को देख डिग...
इंजीनियर पुत्र मलयेश बनर्जी की मां मृदुला बनर्जी अंदर से टूट गयी हैं। उनपर दुखों का पहाड़ गिर पड़ा है। मलयेश के पिता प्रो मानवेंद्र बनर्जी धैर्यवान हैं, लेकिन उनका भी धैर्य पुत्र के शव को देख डिग गया। उस समय माहौल और शोकाकुल हो गया, जब प्रोफेसर ने अपने पुत्र के पार्थिव शरीर को कंधा लगाया। सुबह से ही ओल्ड पीपी कंपाउंड के लास्ट कमिश्नर लेन में भीड़ उमड़ी पड़ी थी।ड्ढr इकलौते पुत्र की शादी की खुशी जब गम में बदली, तो मृदुला बनर्जी अंदर से हिल गयीं। पिछले दो दिनों से रो-रो कर उनका बुरा हाल है। पानी तक नहीं पिया है। महिलाएं समझाने की कोशिश कर रही थीं। कोई कह रहा था होनी को कोई टाल नहीं सकता, तो कोई कह रहा था कि भाग्य का लिखा मिटाना आसान नहीं होता।ड्ढr हर कोई अपने तरीके से मलयेश की मां को समझाने की कोशिश कर रहा था। 55 वर्षीय मृदुला बनर्जी को यह उम्मीद थी कि जब पुत्र की शादी होगी तब बहू घर में आयेगी और वह रोजमर्र के काम से निश्चिंत हो जायेंगी। शायद विधाता को यह पसंद नहीं आया। मलयेश के पिता को भी काठ मार गया है, लेकिन वे धैर्य से काम ले रहे थे।ड्ढr बनर्जी के घर पर सुबह से ही मित्रों और शुभचिंतकों की भीड़ लगी हुई थी। सांत्वना देने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा, विधायक सीपी सिंह, मेयर रमा खलखो, डिप्टी मेयर अजय नाथ शाहदेव, रांची कॉलेज के प्राचार्य प्रो जावेद अख्तर, शमीर दत्ता, राजीव रंजन मिश्र, आलोक राय, बंधु मुखर्जी, प्रभात दत्ता, एसके दत्ता, राजा चटर्जी, मुकेश घोष, पटना से मलयेश के साथ जिस लड़की की शादी होनेवाली थी उसके पिता डॉ एके झा, माता संगीता झा भी रांची पहुंचे।