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मांग बढ़ाने के लिए 8700 करोड़ की कर रियायतें

सरकार ने मांग बढ़ाने और औद्योगिक गतिविधियों में आए धीमेपन को दूर करने के लिए मूल्यानुसार लगने वाले उत्पाद शुल्क की दरों में चार प्रतिशत कमी कर दी है जिससे बड़ी कार, सीमेंट, सूती कपड़े और परिधान सस्ते...

 मांग बढ़ाने के लिए 8700 करोड़ की कर रियायतें
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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सरकार ने मांग बढ़ाने और औद्योगिक गतिविधियों में आए धीमेपन को दूर करने के लिए मूल्यानुसार लगने वाले उत्पाद शुल्क की दरों में चार प्रतिशत कमी कर दी है जिससे बड़ी कार, सीमेंट, सूती कपड़े और परिधान सस्ते हो जाएंगे। सरकार की तरफ से रविवार को जारी आर्थिक पैकेज में मूल्यानुसार उत्पाद शुल्क की दरों में एकमुश्त चार प्रतिशत कमी की गई है। इससे छोटी कारों को छोड़ अन्य कारों पर लगने वाली उत्पाद शुल्क दर 24 प्रतिशत से घटकर मूल्यानुसार 20 प्रतिशत रह जाएगी। केन्द्रीय उत्पाद शुल्क की अन्य प्रमुख दरें जो कि इस समय 14 प्रतिशत, 12 प्रतिशत और 8 प्रतिशत हैं, अब घटकर क्रमश: 10 प्रतिशत 8 और 4 प्रतिशत रह जाएंगीं। सूती कपड़ों और दूसरे परिधानों पर भी उत्पाद शुल्क दर चार प्रतिशत से घटकर शून्य कर दी गई है। उत्पाद शुल्क में की गई एकमुश्त चार प्रतिशत कमी से सीमेंट की बोरी भी सस्ती होगी। सीमेंट पर मूल्यानुसार 12 प्रतिशत या फिर प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से निर्धारित दर पर उत्पाद शुल्क लगता है। सरकार के रविवार के फैसले के बाद सीमेंट पर भी उत्पाद शुल्क की दर चार प्रतिशत तक कम हो जाएगी। निर्धारित दर में भी इसी अनुपात में शुल्क कम हो जाएगा। थोक सीमेंट पर मूल्यानुसार 10 प्रतिशत या फिर प्रति टन 280 रुपए के हिसाब से इनमें जो भी अधिक होगा वही देय होगी। बहरहाल, पेट्रोलियम पदाथोर्ं और दूसरी विशिष्ट दर वाली वस्तुआें और तंबाकू उत्पादों के मामले में उत्पाद शुल्क दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। केन्द्रीय उत्पाद विभाग ने रविवार को ही इसके लिए अधिसूचना भी लागू कर दी।

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