हैरतअंगेज कारनामों से वायुसेना ने किया अपनी ताकत का प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना ने अपने 79वें स्थापना दिवस पर शनिवार को राजधानी के नजदीक हिंडन एयरबेस पर अपनी ताकत का भव्य प्रदर्शन करते हुए देशवासियों को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया। भव्य परेड के दौरान वायुसेना...
भारतीय वायुसेना ने अपने 79वें स्थापना दिवस पर शनिवार को राजधानी के नजदीक हिंडन एयरबेस पर अपनी ताकत का भव्य प्रदर्शन करते हुए देशवासियों को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया।
भव्य परेड के दौरान वायुसेना के विमानों ने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से दर्शकों को अचंभित कर दिया। बहुद्देशीय लडा़कू विमान सुखोई 30 और सारंग हैलीकॉप्टर टीम के साहसिक कारनामों ने दर्शकों को ताली बजाने पर विवश कर दिया। इस दौरान लड़ाकू हैलीकाप्टरों, विमानों और प्रक्षेपास्त्रों को भी प्रदर्शनी के लिए रखा गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत वायुसेना की आकाश गंगा टीम के रोमांचक करतबों से हुई। आकाश गंगा टीम के निडर वायुयोद्धाओं ने एएन 32 विमान से 8000 मीटर की ऊंचाई से छलांग लगाई। इसमें महिला जंपर भी शामिल थीं। पैराजंपरों का यह दल ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) आगरा से आया था।
वायुसेना दिवस पर पहली बार सी 130 जे परिवहन विमान ने उड़ान भरी जो कि विशेष रूप से ऊंचाई वाले स्थानों पर संचालन में सक्षम है। हाल ही में सिक्किम में आए भूकंप के दौरान इस विमान को राहत सामग्री के साथ हिंडन से बागडोगरा भेजा गया था। सी 130 जे के साथ दो एएन 32 विमानों ने दर्शकों में रोमांच का संचार किया।
इसके बाद सी 130 जे के साथ दो एवरो और दो डोर्नियर विमानों ने स्पेक्ट्रम संचरना में उड़ान भरी। लड़ाकू विमानों में सबसे पहले अंबाला से उड़कर आए जगुआर विमानों ने दर्शकों को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर किया। फिर बारी आई मिग 21 की, जो सिरसा से उडा़न भरकर यहां पहुंचे थे।
मिग 21 से अभी दर्शकों की नजरें हटी भी नहीं थी कि मिग 29 ने अपनी गर्जना से उनका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया। ये विमान अंबाला से उडा़न भरकर यहां पहुंचे थे। इसके बाद ग्वालियर से यहां पहुंचे मिराज 2000 विमानों की बारी थी।
अब बारी थी अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30 की। बरेली से यहां पहुंचे इन विमानों ने त्रिशूल संचरना में उडा़न भरते हुए अपने करतबों से दर्शकों को अचंभित कर दिया। सारंग हैलीकाप्टर टीम ने तो अंत में हवाई करतबों से सारी वाहवाही लूट ली।
इस अवसर पर वायुसेनाध्यक्ष एनए के ब्राउन ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कई अधिकारियों और वायुकर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने वायुसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के आस-पड़ोस में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। लेकिन वायुसेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।