ज्यूडिशियल अफसरों और वकीलों को दी गयी ट्रेनिंग
व्यवहार न्यायालय स्थित मेडिएशन सेंटर में ज्यूडिशियल अफसरों एवं अधिवक्ताओं को मध्यस्थता की प्रैक्िटकल ट्रेनिंग दी गयी। बुधवार को आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में छह मुकदमों का भी निष्पादन किया गया।...
व्यवहार न्यायालय स्थित मेडिएशन सेंटर में ज्यूडिशियल अफसरों एवं अधिवक्ताओं को मध्यस्थता की प्रैक्िटकल ट्रेनिंग दी गयी। बुधवार को आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में छह मुकदमों का भी निष्पादन किया गया। न्यायिक अधिकारी एलपी चौबे, एबी सिंह ने सभी ज्यूडिशियल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मेडिएशन के बार में बताया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की पूरी बातें सुननी चाहिए। इसके बाद दोनों ही पक्ष के लोगों से इसके समाधान की जानकारी भी लेनी चाहिए। दोनों पक्षों के मनोभाव जानने के बाद इसका हल स्वत: निकल आयेगा और इसे दोनो पक्ष के लोग मान भी लेते हैं। ट्रेनिंग की जानकारी देते हुए विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव विवेकानंद बनर्जी ने बताया कि प्रैक्िटकल ट्रेनिंग पाने के बाद सभी लोग ट्रेंड मेडियेटर कहलायेंगे। इन्हें भी समय-समय पर मेडिएशन का मौका मिलेगा। इस मौके पर न्यायिक अधिकारी एलपी चौबे, एबी सिंह और प्रथम श्रेणी न्यायिक दांधिकारी नलिन कुमार, नवनीत कुमार और अधिवक्ता ममता श्रीवास्तव समेत कई लोगशामिल थे।ड्ढr