जलता रहा दफ्तर, नहीं लगा इमरजेंसी नंबर
पूर्वी भारत की प्रमुख कंपनियों में शुमार सिद्धार्थ एडरवरटाइजिंग का दफ्तर धू-धू कर जलता रहा पर फॉयर स्टेशन व पुलिस के इमरजेंसी टेलीफोन नंबरों 101 व 100 पर संपर्क नहीं हो सका। आखिरकार कर्मचारियों ने...
पूर्वी भारत की प्रमुख कंपनियों में शुमार सिद्धार्थ एडरवरटाइजिंग का दफ्तर धू-धू कर जलता रहा पर फॉयर स्टेशन व पुलिस के इमरजेंसी टेलीफोन नंबरों 101 व 100 पर संपर्क नहीं हो सका। आखिरकार कर्मचारियों ने पटना फॉयर स्टेशन पहुंच कर सूचना दी तब दमकल दस्ता ने मौके पर पहुंच कर गुरुवार की देर रात लगी आग पर शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे काबू पाया। एस.पी. वर्मा रोड गोलंबर के समीप फ्रजर रोड पर होटल डायमंड वाले भवन में पहले तल्ले पर स्थित सिद्धार्थ एडवरटाइजिंग में लगी आग के कारण कार्यालय का ‘वर्क स्टेशन’ पूरी तरह खाक हो गया। 14 कम्प्यूटर, दो एसी, कई प्रिंटर, स्कैनिंग मशीन समेत करीब 25 लाख की संपत्ति जल कर स्वाहा हो गई।ड्ढr ड्ढr कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डी. खन्ना ने शनिवार को बताया कि बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। चुनाव आदि के कारण गुरुवार की देर रात करीब 11 बजे दफ्तर बंद हुआ था। बिहार, झारखंड और उड़ीसा का मुख्यालय होने के साथ ही यह ऑफिस देश के अन्य भागों से भी जुड़ा है। सुबह करीब पौने नौ बजे आसपास के लोगों ने जब खिड़की से धुआं निकलत देखा तो अगलगी का पता चला। इसके बाद दमकल के लिए इमरजेंसी नंबरों पर कई डायल करने के बावजूद पर नतीजा सिफर ही रहा। दोनों नंबरों की सेवा बंद होने की सूचना मिलती रही। जब फॉयर अफसर मौके पर पहुंचे तो अवांछित लोगों द्वारा टेलीफोन का बेवजह इस्तेमाल किये जाने की बात कह कर तरह-तरह के बहाने बनाते रहे। इस बाबत फॉयर अफसर गोबर्धन राम ने बताया कि उन्होंने असामाजिक तत्वों द्वारा बेवजह टेलीफोन इंगेज करने की बात कही थी।