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गंगा नदी को कचराघर कहने पर मांगी माफी

गंगा नदी को कचराघर कहने वाले ऑस्ट्रेलियाई रेडियो के एक प्रस्तोता ने अपनी इस टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। उसे अपनी इस टिप्पणी के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। काउंसिल ऑफ इंडियन...

गंगा नदी को कचराघर कहने पर मांगी माफी
एजेंसीFri, 05 Aug 2011 10:59 AM
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गंगा नदी को कचराघर कहने वाले ऑस्ट्रेलियाई रेडियो के एक प्रस्तोता ने अपनी इस टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। उसे अपनी इस टिप्पणी के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।

काउंसिल ऑफ इंडियन ऑस्ट्रेलियंस के अध्यक्ष यदु सिंह ने कहा कि मैं यह जानकारी देने में खुशी महसूस कर रहा हूं कि सिडनी के 2डे एफएम रेडियो स्टेशन और प्रस्तोता काइली सैंडिलैंडस ने अपनी टिप्पणियों में अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांग ली है।

उन्होंने बताया कि काइली ने इस माफी का प्रसारण किया और 2डे एफएम रेडियो स्टेशन के महाप्रबंधक एड़ा लैंग ने गुरुवार को मुझे एक पत्र भेजा। सिंह ने कहा कि काइली ने अपने माफीनामे में जोर देकर कहा है, मैं माफी मांगती हूं, जो कोई भी भारतीय इस शो को सुनता है, जानता है कि मैं भारतीयों को प्यार करती हूं। मैं भेदभाव नहीं करती हूं। मैं सभी को प्यार करती हूं। मैं इस बात का ध्यान नहीं देती वे कहां से हैं या उनका रंग क्या है।

काइली ने कहा कि मैंने केवल यह गलती इसलिए की क्योंकि वह नदी मुझे काफी प्रदूषित दिखाई दी और मैंने कहा कि यह एक कचराघर है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का ऐहसास नहीं था कि यह पवित्र है।

लांग ने इस मुद्दे टिप्पणी करते हुए कहा कि इस अवस्था में मैं आशा करता हूं कि आप महसूस करेंगे कि काइली और 2डे एफएम ने अपराध के लिए अपनी पूरी जिम्मेदारी ली है। अपराध इरादतन नहीं था लेकिन इसके परिणाम निश्चित रूप से स्वीकार है। हम पूरी ईमानदारी से माफी मांगते हैं।

सिंह ने कहा कि यह मामला अब सुलझ गया है। इससे पहले सिंह ने दावा किया था कि काइली के बयान से नाराज भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने उन्हें कई ईमेल और फोन कॉल किये थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मामला ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच नहीं बल्कि काइली और श्रोताओं के बीच था।

सिंह ने इस मामले पर कार्रवाई करने तथा उसे जल्दी सुलझाने के लिये धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि इसने पूरे विश्व में रह रहे भारतीयों को प्रभावित किया। कई भारतीय इससे नाराज थे लेकिन कुछ उनसे सहमत भी थे।

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