फरवरी में संसद का एक और संक्षिप्त सत्र
अब तय है कि लोकसभा के लिए आम चुनाव की प्रकिया अप्रैल 200में आंरभ होगी। गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने बताया कि सरकार फरवरी माह में एक और सत्र बुलाएगी। उन्होंने यह ऐलान इस आशय के साथ किया कि आंतकवाद निरोधक...
अब तय है कि लोकसभा के लिए आम चुनाव की प्रकिया अप्रैल 200में आंरभ होगी। गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने बताया कि सरकार फरवरी माह में एक और सत्र बुलाएगी। उन्होंने यह ऐलान इस आशय के साथ किया कि आंतकवाद निरोधक नए कानून एनआईए में कोई कमियां पाई जांएगी तो उनकी समीक्षा इसमें हो सकेगी। आम चुनावों के पहले नया वित्त वर्ष आंरभ होगा इसलिए अगले वित्त वर्ष के पहले तीन माह के खर्च के लिए लेखानुदान भी पारित करवाएगी। नए वित्त वर्ष आंरभ होते वक्त देश में आम चुनावों की प्रकिया चल रही होगी, इसलिए सरकार पूरा बजट पेश करने की स्थिति में नहीं होगी। फरवरी में एक सप्ताह का सत्र 23 फरवरी को बुलाया जा सकता है। वैसे वह सत्र भी वर्तमान सत्र का ही चौथा चरण माना जाएगा। लेखानुदान पारित करवाने के साथ ही सरकार चौदहवीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश करेगी। फरवरी सत्र में आर्थिक सव्रेक्षण के अलावा तीन माह के लिए रलवे की लेखानुदान मांगों को भी पारित किया जाएगा। संसद का मौजूदा तीसरा चरण यों तो 23 दिसंबर तक चलना है, लेकिन अब सरकार के पास कोई खास काम नहीं बचा, इसलिए वह उसके पहले भी सत्र समाप्ति का फैसला ले सकती है।