केंद्र के साथ वार्ता शुरू करेंगे उल्फा नेता
असम में उग्रवाद की समस्या के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए उल्फा के शीर्ष नेता अगले सप्ताह यहां सरकार के साथ औपचारिक शांति वार्ता की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि उल्फा...
असम में उग्रवाद की समस्या के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए उल्फा के शीर्ष नेता अगले सप्ताह यहां सरकार के साथ औपचारिक शांति वार्ता की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि उल्फा नेता अपने अध्यक्ष अरविंद राजखोवा की अगुवाई में अगले सप्ताह केंद्र सरकार को अपना मांग पत्र देने आएंगे, जिसे समाज के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श कर तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि वे या तो इस हफ्ते या अगले सप्ताह दस्तावेज सौंपने दिल्ली आ रहे हैं। यह उल्फा के साथ बातचीत का शुरुआती बिंदु होगा। अब तक उल्फा और केंद्र के वार्ताकार पी सी हलधर ने गुवाहाटी में शुरुआती दौर की बातचीत की है।
अधिकारी ने कहा कि उल्फा ने बयान जारी किया है कि वे हिंसा छोड़ देंगे, सभी अभियानों को निलंबित कर देंगे और वे बातचीत शुरू करना चाहते हैं। इसलिए बातचीत शुरू होगी।
सूत्रों के मुताबिक प्रतिबंधित संगठन संभवत: संप्रभुता की अपनी मांग पर जोर नहीं देगा और असम की जनता के लिहाज से संविधान के तहत स्वायत्ता व अन्य सुरक्षा मानकों की बात कर सकता है।
हालांकि वार्ता का आधार उल्फा के मांग पत्र पर निर्भर करेगा। केंद्र और राज्य सरकार के प्रतिनिधि तथा उल्फा नेता भविष्य में होने वाली मुलाकातों में शिरकत करेंगे।
राजखोवा ने फरवरी में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री पी चिदंबरम के साथ प्रारंभिक बातचीत में अपने आठ सदस्यीय दल का नेतृत्व किया था।