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भारत ने जीता टॉस, पहले गेंदबाजी का फैसला

भारत और इंग्लैंड की क्रिकेट टीमों के बीच जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला आज से नॉटिंघम स्थित ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेला जाना है। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।...

भारत ने जीता टॉस, पहले गेंदबाजी का फैसला
एजेंसीFri, 29 Jul 2011 03:43 PM
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भारत और इंग्लैंड की क्रिकेट टीमों के बीच जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला आज से नॉटिंघम स्थित ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेला जाना है। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। ज़हीर खान और गौतम गंभीर को चोटिल होने के कारण दूसरे टेस्ट मैच के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है। इनकी जगह टीम में युवराज सिंह और श्रीसंत को लिया गया है। इस मैच के जरिए भारतीय टीम जोरदार वापसी करना चाहेगी क्योंकि एक और हार से उसकी आगे की राह बहुत मुश्किल हो जाएगी।

इसमें कोई शक नहीं कि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की टीम जब ट्रेंट ब्रिज मैदान पर उतरेगी, तब उसका मुख्य लक्ष्य लॉर्डस की करारी हार को भुलाकर शानदार वापसी करना होगा, क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसके हाथ से सर्वोच्च वरीयता टेस्ट टीम का ताज छिन जाएगा।

एक वर्ष से भी अधिक समय से इस ताज पर अपना हक बनाए रखने वाली भारतीय टीम से इसे हासिल करने के लिए इंग्लिश टीम को इस सीरीज में कम से कम 2-0 से जीत की दरकार है। लॉर्डस में 196 रनों की जीत के साथ वह अपना आधा काम कर चुकी है और ट्रेंट ब्रिज में उसका इरादा लॉर्डस वाला प्रदर्शन दोहराने का होगा।

लॉर्डस की हार भारतीय टीम के लिए एक सबक की तरह है लेकिन टीम के अंदर के हालात बहुत अधिक नहीं बदले हैं। जहीर खान अब भी चोटिल हैं। कप्तान धौनी साफ कर चुके हैं कि वह किसी एक मैच के लिए जहीर की फिटनेस से समझौता करना नहीं चाहेंगे।

 स्पिन विभाग में हरभजन सिंह की 'निष्क्रीयता' मेजबानों को रास आ रही है लेकिन धौनी इससे परेशान हैं। भज्जी लम्बे समय से अहम खिलाड़ी रहे हैं और इस कारण धौनी आनन-फानन में अमित मिश्रा को आजमाने का जोखिम नहीं मोल लेना चाहेंगे।

बल्लेबाजी में सचिन तेंदुलकर फिट हो चुके हैं लेकिन उनके बल्ले की धार को लेकर भारतीय खेमे में चिंता है। अभिनव मुकुंद के पास अनुभव की कमी है, लिहाजा भारतीय सलामी बल्लेबाजों से अच्छी शुरुआत की उम्मीद बेमानी होगी।

इस लिहाज से तीसरे क्रम पर राहुल द्रविड़, चौथे क्रम पर सचिन तथा पांचवें क्रम पर वी.वीएस. लक्ष्मण से अच्छी पारी की उम्मीद होगी। द्रविड़ और लक्ष्मण के अलावा छठे क्रम पर सुरेश रैना ने काफी हद तक अपनी भूमिका के साथ न्याय किया था लेकिन सचिन इसमें नाकाम रहे।

उनके 100वें शतक को लेकर अब खास चर्चा नहीं। ऐसे में सचिन के पास बिना दबाव के खेलते हुए यह मुकाम हासिल करने का अच्छा मौका है। सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण ने किसी भी श्रृंखला के दूसरे टेस्ट मैच में पहले मैच की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।

कुल मिलाकर भारत का रिकार्ड भी इस लिहाज से बेहतर रहा है। भारत ने विदेशी दौरों में दूसरे टेस्ट मैच के माध्यम से जोरदार वापसी की और कई मौकों पर श्रृंखला में जीत भी हासिल की है।  2002 के इंग्लैंड दौरे में भारत सौरव गांगुली की कप्तानी में खेलते हुए लॉर्डस में खेला गया पहला टेस्ट मैच हार गया था। इसके बाद उसने ट्रेंट ब्रिज में इंग्लिश टीम को बराबरी पर रोका था और फिर हेडिंग्ले में जीत हासिल करके उसने तीन मैचों की सीरीज में बराबरी कर ली थी।

लॉर्डस की हार के बाद भारतीय टीम को अभ्यास के लिए सिर्फ तीन दिनों का वक्त मिला लेकिन जितना भी वक्त मिला, उसने उसका भरपूर फायदा उठाया। ऐसे में जबकि भारतीय खिलाड़ियों को पता है कि तीसरे टेस्ट के लिए जहीर के साथ-साथ वीरेंद्र सहवाग भी टीम में वापसी करेंगे और उनके आने से टीम की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी, जाहिर तौर पर खिलाड़ी अपने सशक्त पहलुओं को लेकर ट्रेंट ब्रिज में जोरदार प्रयास करना चाहेंगे।

दूसरे टेस्ट में गलतियों के लिए कोई जगह नहीं क्योंकि एक और हार भारत के हाथ से न सिर्फ सर्वोच्च वरीयता प्राप्त टीम का ताज छीन लेगी बल्कि इसके बाद उस पर सीरीज में हार बचाने का दबाव आ जाएगा क्योंकि दो मैचों के शेष रहते जीत की कोई उम्मीद नहीं रह जाएगी।

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