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अमिताभ के साथ एक और फिल्म बनाएंगे झा

बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को लेकर आरक्षण जैसे बेहद चुनौतीपूर्ण एवं संवेदनशील विषय को पर्दे पर उतारने के बाद निर्माता निर्देशक प्रकाश झा बच्चन के साथ एक और फिल्म बनाने जा रहे...

अमिताभ के साथ एक और फिल्म बनाएंगे झा
एजेंसीThu, 28 Jul 2011 01:05 PM
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बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को लेकर आरक्षण जैसे बेहद चुनौतीपूर्ण एवं संवेदनशील विषय को पर्दे पर उतारने के बाद निर्माता निर्देशक प्रकाश झा बच्चन के साथ एक और फिल्म बनाने जा रहे हैं।
   
झा ने विशेष बातचीत में कहा कि अमित जी के साथ एक और फिल्म बनाने की योजना है। इसकी पटकथा पर काम चल रहा है। अमिताभ के साथ प्रस्तावित इस फिल्म के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस समय इस फिल्म की पृष्ठभूमि के बारे में नहीं बता सकता। जल्द ही इसका खुलासा करूंगा।
   
'आरक्षण' की पटकथा पर अनुसूचित जाति आयोग समेत कुछ वर्गों की आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर झा ने कहा कि पटकथा को लेकर किसी ने आपत्ति नहीं की थी। अनुसूचित आयोग समेत कुछ लोगों को ऐसी आशंका थी कि फिल्म दलित विरोधी है। यह उनका सोचना है। जब फिल्म पर्दे पर आएगी तब उनकी आशंका निर्मूल साबित होगी।
   
यह पूछे जाने पर कि फिल्म 'आरक्षण' में अमिताभ बच्चन की मौजूदगी के बीच अन्य स्टार कलाकारों की भूमिका के साथ आपने कैसे न्याय किया और क्या आपको कोई परेशानी पेश आई प्रकाश झा ने कहा कि मैंने पहले भी मल्टीस्टारर फिल्में बनाई है। इस बार अमित जी है। लेकिन उनकी मौजूदगी में अन्य कलाकारों की भूमिका के साथ तालमेल बिठाने में कोई दिक्कत नहीं आई क्योंकि अमितजी जिस लगन और जीवटता के साथ काम करते हैं वह लोगों को प्रेरित करती है।

प्रकाश झा ने कहा कि 'आरक्षण' के निर्माण के दौरान अमितजी से उसी प्रकार का सहयोग मिला जैसे किसी बड़े कलाकार से उम्मीद की जाती है। फिल्म 'आरक्षण' का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक फिल्मकार के तौर पर अपने सफर में मैंने देश की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक वास्तविकताओं को समझने का प्रयास किया। और हमेशा ऐसे ही ज्वलंत विषयों को फिल्मों के माध्यम से लोगों के सामने पेश करने का प्रयास किया है।
   
झा ने कहा कि यह आज की परिस्थिति पर बनी फिल्म है। वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा के व्यवसायिकरण के कारण नौजवानों और उनके परिवार वालों के समक्ष पेश आ रही परेशानियों और समस्याओं को सामने लाने का प्रयास है।
   
उन्होंने कहा कि इस फिल्म में आरक्षण के जरिए दलित विरोध नहीं बल्कि शिक्षा के व्यवसायिकरण और कैपिटेशन फीस के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है कि क्या समाज के कमजोर वर्ग का व्यक्ति इन परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर सकता है। गौरतलब है कि फिल्म आरक्षण 12 अगस्त को रिलीज हो रही है।
   
पिछली फिल्म 'राजनीति' का सिक्वल बनाए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरी ऐसी कोई योजना नहीं है। बिहार में बिआडा औद्योगिक भूमि प्लॉट आवंटियों की सूची में नाम आने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह पांच-छह साल पुराना मामला था जो अब समाप्त हो चुका है।

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