मिस्बाह ने DRS का समर्थन किया
पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के टेस्ट और वनडे में अंपायरों के फैसलों की समीक्षा प्रणाली को अनिवार्य करने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इससे मैदानी अंपायरों से...
पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह उल हक ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के टेस्ट और वनडे में अंपायरों के फैसलों की समीक्षा प्रणाली को अनिवार्य करने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इससे मैदानी अंपायरों से दबाव कम होगा।
इस 37 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर डीआरएस का इस्तेमाल सही तकनीक से किया जाए तो इससे भविष्य में अंपायरों को अच्छी तरह मैचों का आयोजन करने में मदद मिलेगी।
मिस्बाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव से कह रहा हूं कि यह प्रणाली काफी उपयोगी होगी। अगर अंपायर ने कोई गलत फैसला कर दिया है तो इससे बल्लेबाजी और फील्डिंग कर रही टीम को दूसरा मौका मिलेगा।
आईसीसी ने डीआरएस में कुछ संशोधन कर टेस्ट और वनडे में इसके अनिवार्य रूप से इस्तेमाल की घोषणा की जिसके बाद भारत ने इसे अपनाने के लिए सहमति जता दी।