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बच्ची के जज्बे ने भावुक कर दिया

‘सिक्का-सिक्का जमा कर बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आई हूं। हमार पास एक हजार रुपया है जो हम सब बच्चों ने जमा किया है। कोसी बाढ़ पीड़ितों के लिए हमारी ओर से सहायता है जो आपके माध्यम से उनतक पहुंचाने...

 बच्ची के जज्बे ने भावुक कर दिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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‘सिक्का-सिक्का जमा कर बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आई हूं। हमार पास एक हजार रुपया है जो हम सब बच्चों ने जमा किया है। कोसी बाढ़ पीड़ितों के लिए हमारी ओर से सहायता है जो आपके माध्यम से उनतक पहुंचाने आई हूं।’ राजा बिगहा मध्य विद्यालय की छोटी सी बच्ची स्नेहलता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इतना कहा तो वहां मौजूद हर व्यक्ित भावुक हो गया। उन्होंने तत्काल एक अधिकारी को पूरी राशि का ड्राफ्ट बनवाने का निर्देश दिया और उस बच्ची को उनके साथ भेजा। एक घंटे के अंदर अधिकारी ड्राफ्ट बनवाकर मुख्यमंत्री के समक्ष हाजिर हो गया। मुख्यमंत्री ने खुद उस बच्ची से वह ड्राफ्ट लिया और उसे बधाई दी। हालांकि गेट पर उसे अंदर आने के लिए सुरक्षाकर्मियों से युद्ध ही करना पड़ा और कड़ी मशक्कत के बाद मुख्यमंत्री तक पहुंच पाई। मनोविज्ञान (प्रतिष्ठा) की फर्स्ट डिवीजन पास भाग्यवती कुमारी शर्मा अपना दुखड़ा सुनाते-सुनाते जनता दरबार में ही बेहोश हो गई। अपने तीन बच्चों की परवरिश के लिए चपरासी बनने को भी तैयार भाग्यवती का चयन ‘मुस्कान’ के लिए भी हो गया, लेकिन 12 हजार रुपए घूस नहीं देने पर वह अयोग्य घोषित कर दी गई। पति पागल साबित करने में जुटा है। हर जगह से निराश होकर अंतिम उम्मीद के रूप में मुख्यमंत्री तक पहुंची है। मुख्यमंत्री ने तत्काल सबंधित अधिकारी के पास उसे भेजा और कार्रवाई का आदेश दिया।ड्ढr ड्ढr जनता दरबार में शिक्षक नियुक्ित में गड़बड़ी के कई मामले आए। यहां तक आरोप लगाया गया कि प्रशिक्षित शिक्षकों की जगह अप्रशिक्षितों की नियुक्ित ‘पैसा’ लेकर कर दी गई है। मधुबन (पश्चिम चम्पारण) के नरन्द्र सिंह पिछले दो वर्षो से सड़कों की खाक छान रहे हैं। प्रशिक्षित होने के बावजूद उनकी जगह दूसर अप्रशिक्षित हो रख लिया गया। शिकायत करते-करते थक गए हैं, कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। बासोपट्टी (मधुबनी) के सत्यनारायण ठाकुर की भी ऐसी शिकायत थी।ं

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