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इतिहास के पन्नों से शोभा सोमनाथ की

जीटीवी पर प्रसारित प्राइमटाइम शो झांसी की रानी की सफलता के बाद अब एक नया शो शुरू करने की तैयारी की जा रही है। भरूच की पृष्ठभूमि में गुम हो चुके इतिहास के महत्वपूर्ण अध्याय को दोबारा खोलते हुए तथा...

इतिहास के पन्नों से शोभा सोमनाथ की
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 11 Jun 2011 04:15 PM
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जीटीवी पर प्रसारित प्राइमटाइम शो झांसी की रानी की सफलता के बाद अब एक नया शो शुरू करने की तैयारी की जा रही है। भरूच की पृष्ठभूमि में गुम हो चुके इतिहास के महत्वपूर्ण अध्याय को दोबारा खोलते हुए तथा गुजरात में माताओं द्वारा अपनी बेटियों को किवदंती के रूप में सुनाई जाने वाली कथा को जी टीवी शोभा सोमनाथ की के रूप में आपके सामने ला रहा है।

यह एक ऐसा ऐतिहासिक ड्रामा है जो भारत की अकीर्तित नायिका शोभा की गाथा कहता है। शोभा मातृभूमि की ऐसी दीवानी थी, जिसने मुगल आक्रामक मोहम्मद गजनी के हमलों के सामने दृढ़तापूर्वक खड़े रहकर उसका प्रतिकार किया। न तो वह महान तलवारबाज थी और न ही उसे गुरिल्ला युद्घ कला में महारथ ही हासिल थी, लेकिन उसके पास 2 लाख जांबाज लड़ाकुओं की ऐसी सेना थी जो क्रूर होने के साथ साथ चतुर भी थे। यह शो आगामी 20 जून से आरंभ होने जा रहा है।

प्रसव पीडा से दम तोड़ने वाली माँ की कोख से जन्मी शोभा अपने बचपन में पैतृक प्रेम से भी वंचित थी। खासकर उसके पिता उससे यह सोचकर नफरत करते थे कि उसकी माँ की मौत की वह ही जिम्मेदार है। लेकिन असीम आशा और आत्मविश्वास से भरपूर चमकती आंखों वाली शोभा आसानी से मैदान छोड़ने वाली नहीं थी। बस यहां से उसकी कहानी आगे बढ़ती है और वह अपने निकट परिजनों खासकर भरूच के महाराजा दद्दा चालुक्य और उनकी सुंदर पत्नी महारानी देवी से प्रेम, जीवन, साहस तथा त्याग के पाठ सीखती है।

जानकारी के अनुसार इस शो का सेट 9 एकड़ में फैले प्लाट पर बनाया गया है। इसे भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए 500 से अधिक कुशल कारीगर पिछले डेढ़ साल से रात-दिन पसीना बहा रहे थे और जब भारत के प्राचीन सोमनाथ मंदिर का मूल स्वरूप सेट पर निर्मित हुआ तो लगा भारत का गौरवशाली इतिहास एक बार फिर सजीव हो उठा। शानदार महल और परम्परागत वस्तुएं देखकर ऐसा लगता है कि दर्शक टाइम मशीन पर सवार होकर 11वीं सदी के भरूच में पहुंच गए हैं।

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