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भारत न लौट पाने से दुखी थे हुसैन : माधुरी

अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का कहना है कि प्रख्यात चित्रकार एम.एफ. हुसैन हमेशा ऊर्जा से भरे रहते थे और हमेशा घूमते रहते थे। लेकिन वह भारत न लौट पाने की वजह से दुखी थे। माधुरी वह पहली बॉलीवुड अभिनेत्री...

भारत न लौट पाने से दुखी थे हुसैन : माधुरी
एजेंसीSat, 11 Jun 2011 03:46 PM
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अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का कहना है कि प्रख्यात चित्रकार एम.एफ. हुसैन हमेशा ऊर्जा से भरे रहते थे और हमेशा घूमते रहते थे। लेकिन वह भारत न लौट पाने की वजह से दुखी थे।

माधुरी वह पहली बॉलीवुड अभिनेत्री थीं जिनके साथ हुसैन ने पहली बार भारतीय सिनेमा की एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की। माधुरी ने करीब एक महीने पहले हुसैन से बात की थी। वह भारत न लौट पाने की वजह से दुखी थे।

माधुरी ने हुसैन संग हुई बातचीत के विषय में बताते हुए कहा कि एक महीने से भी पहले अंतिम बार मेरी उनसे बात हुई थी। वह अपनी '100 ईयर्स ऑफ सिनेमा' परियोजना को लेकर बहुत उत्साहित थे। वह हमेशा जोश से भरे रहते थे और अपने काम से कभी नहीं थकते थे। मुझे लगता है कि उनका जो काम था वह उन्हें तनावमुक्त करता था। हममें से ज्यादातर लोग कुछ समय के लिए अपने काम से छुट्टी चाहते हैं फिर चाहे हमें वह कार्य कितना ही पसंद क्यों न हो लेकिन हुसैन साहब के साथ ऐसा नहीं था।

हुसैन का गुरुवार को लंदन में निधन हो गया था। वह 95 साल के थे। माधुरी ने डेनवर से कहा कि वह हमेशा की तरह इस नई परियोजना को लेकर बहुत उत्साहित थे। उनके जीवन के प्रति उत्साह और उनके विचार मुझे हमेशा यह एहसास कराते थे जैसे मैं उनसे ज्यादा बूढ़ी हूं।

उन्होंने कहा कि इस बात पर यकीन करना बहुत मुश्किल है कि हुसैन साहब चले गए। यह किसी अपने बेहद नजदीकी को खोने जैसा है। यदि आप कहें कि उनकी इतनी बड़ी विरासत में मेरा भी कुछ हिस्सा है तो मैं हुसैन साहब की रचनात्मकता का हिस्सा बनने में गर्व महसूस करूंगी। निश्चित रूप से मेरे जीवन में उनका एक अलग स्थान था।

माधुरी ने हुसैन की ऊर्जा को याद करते हुए कहा कि हुसैन साहब खुद को घुमंतू कहते थे, वह वास्तव में  बेकरार आत्मा थे। मुझे याद है कि जब हम 'गज गामिनी' की शूटिंग कर रहे थे तब वह अक्सर सेट्स से गायब हो जाते थे। हम पूछते थे कि हुसैन साहब कहां हैं। वह अपने विचारों के साथ हर जगह मौजूद रहते थे।

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