एशिया स्तर का प्रशिक्षण केन्द्र बनेगा दीघा आईटीआई
श्रम संसाधन मंत्री अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सूबे में श्रमिकों के कल्याण के लिए लागू की गई योजनाओं ने पूर देश का ध्यान आकर्षित किया है। ‘आम आदमी बीमा योजना’ और ‘प्रवासी मजदूर दुर्घटना बीमा योजना’...
श्रम संसाधन मंत्री अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सूबे में श्रमिकों के कल्याण के लिए लागू की गई योजनाओं ने पूर देश का ध्यान आकर्षित किया है। ‘आम आदमी बीमा योजना’ और ‘प्रवासी मजदूर दुर्घटना बीमा योजना’ तो सूबे के गरीबों के लिए सबसे बड़ा संबल बन गई है। बाल मजूदरोंे को मुक्ित दिलाने में विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है। न्यूनतम मजदूरी के मामले में तो राज्य ने केन्द्र को भी पीछे छोड़ दिया है। अकुशल मजदूरों को पूर्व से मिल रही मजदूरी 68 रूपये को बढ़ाकर 8पया कर दी गई है। इसी तरह सभी तबके के मजदूरों की मजदूरी बढ़ाई गई है। श्री सिंह सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी कई नये कदम उठाये गये हैं। दीघा स्थित आईटीआई को एशिया स्तर का प्रशिक्षण केन्द्र बनाया जायेगा। इसके लिए बीआईटी मेसरा ने काम शुरू कर दिया है। वहां कई विषयों में डिप्लोमा देने की भी तैयारी चल रही है। एक दिसम्बर से सूबे में एमईएस कार्यक्रम भी शुरू कर दिया गया है।ड्ढr ड्ढr राज्य के सभी आईटीआई में अंग्रेजी के शिक्षक बहाल किये जाएंगे। वहां कम्प्यूटर की शिक्षा भी दी जायेगी। मंत्री ने कहा कि प्रमंडलीय स्तर पर नियोजन मेला लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। सूबे में बाल मजदूरी उन्मूलन और न्यूनतम मजदूरी का उल्लंघन रोकने के लिए विभाग ने धावा दलों का गठन किया है। ऐसे दलों को विभाग ने गाड़ी उपलब्ध कराई है और ये हर निर्धारित तिथि को छापामारी करेंगे। पकड़े जाने पर कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुकदमा होगा। मंत्री ने बताया कि बाल मजदूरी बहुत बड़ा अपराध है। इसे रोकने के लिए वर्तमान कानून में संशोधन की जरूरत है। विभाग इसकी प्रक्रिया शुरू करगा। संवाददाता सम्मेलन में विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी के अलावा नियोजन एवं प्रशिक्षण निदेशक प्रदीप कुमार भी उपस्थित थे।