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जो सोएगा सो पाएगा, जो जागेगा सो खोएगा

पुरानी कहावत है कि जो सोयेगा सो खोयेगा, जो जागेगा सो पायेगा, लेकिन विज्ञान कहता है कि सोने से व्यक्ति कम से कम अपनी सेहत खोने से बच जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि नींद की कमी कई बीमारियों का कारण...

जो सोएगा सो पाएगा, जो जागेगा सो खोएगा
एजेंसीFri, 25 Mar 2011 01:42 PM
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पुरानी कहावत है कि जो सोयेगा सो खोयेगा, जो जागेगा सो पायेगा, लेकिन विज्ञान कहता है कि सोने से व्यक्ति कम से कम अपनी सेहत खोने से बच जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि नींद की कमी कई बीमारियों का कारण होती है और तो और छरहरी काया के शौकीनों का वजन भी इसकी वजह से बढ़ सकता है।

डॉक्टर अरुण मिनोचा कहते हैं दिन भर तरोताजा रखने वाली यह नींद न केवल कई बीमारियों को दूर भगाती है, बल्कि वजन को भी नियंत्रित रखने में मददगार साबित होती है। महानगरों के लोगों में तनाव बढ़ने का एक अहम कारण उनका पर्याप्त नींद न ले पाना है। नींद पूरी न होने के कारण कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

वह कहते हैं कि शरीर की विभिन्न क्रियाओं का समय अलग अलग होता है। कुछ क्रियाएं रात को होती हैं और उनके लिए नींद जरूरी होती है। इन क्रियाओं में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोनों का स्तर कम होना भी शामिल है और इसमें नींद की खास भूमिका होती है।

तनावग्रस्त करने वाले हार्मोन का स्तर कम होने से व्यक्ति शांत और सामान्य महसूस करता है। डॉ प्रीति यादव कहती हैं अपर्याप्त नींद के कारण लोगों के सोचने, तनाव से निपटने, स्वास्थ्य प्रतिरक्षा तंत्र को ठीक रखने तथा भावनाओं पर नियंत्रण करने की क्षमता प्रभावित होती है। लोग जब नींद पूरी नहीं कर पाते हैं तो उनकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रभावित होती है और उनमें स्मृति ह्रास होता है।

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