भट्ट को यूकेडी से निकाला
दल के संस्थापक सदस्य रहे दिवाकर भट्ट का उत्तराखंड क्रांति दल से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने तथा निर्देशों का पालन न करने पर संगठन ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है।...
दल के संस्थापक सदस्य रहे दिवाकर भट्ट का उत्तराखंड क्रांति दल से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने तथा निर्देशों का पालन न करने पर संगठन ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है। संगठन के निर्देशों का विरोध करने पर मुख्य प्रवक्ता सतीश सेमवाल और अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण भट्ट को उनके पदों से हटा दिया गया है।
पार्टी कार्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेन्द्र सिंह पंवार ने दिवाकर भट्ट के निष्कासन की घोषणा की। पंवार ने कहा कि समर्थन वापसी के बाद संगठन ने दिवाकर भट्ट को मंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्देश दिया था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। निलंबन के बाद भी दिवाकर ने नोटिस का जवाब नहीं दिया और समर्थन वापसी के फैसले पर ही सवालिया निशान लगाए। पंवार ने कहा कि वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी से हुई कई दौर की बातचीत के बाद भी दिवाकर इस्तीफा देने को राजी नहीं हुए। विधायकों को अपने साथ बता उन्होंने भ्रम फैलाने की
कोशिश की।
पंवार ने कहा कि, अब यदि कोई पार्टी कार्यकर्ता व नेता दिवाकर भट्ट से किसी भी तरह का राजनीतिक संबंध पार्टी स्तर पर रखेगा, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। त्रिवेन्द्र सिंह पंवार ने दावा किया कि अन्य दोनों विधायक उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि दायित्वधारी बीडी रतूड़ी को खराब स्वास्थ्य की वजह से 15 दिन का समय दिया गया है। पत्रकार वार्ता में कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल, केंद्रीय महामंत्री शीशपाल सिंह बिष्ट, वीरेन्द्र मोहन उनियाल, हरीश पाठक उपस्थित थे।