फोटो गैलरी

Hindi News राजरंग

राजरंग

गुरु बीमार, बाकी लाचार ..अपने गुरु बीमार हो गये। बीमार नय होंगे तो का होंगे? एतना प्रेशर में लोग डालिये दिया है कि बीमार पड़ना तय है। चारों तरफ से प्रेशर बढ़ल है। सो ब्लड का प्रेशर भी बढ़ गया है़।...

 राजरंग
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

गुरु बीमार, बाकी लाचार ..अपने गुरु बीमार हो गये। बीमार नय होंगे तो का होंगे? एतना प्रेशर में लोग डालिये दिया है कि बीमार पड़ना तय है। चारों तरफ से प्रेशर बढ़ल है। सो ब्लड का प्रेशर भी बढ़ गया है़। हर्ट में चोट पहुंचाने का लोग काम करंगे, उस पर भी प्रेशर बढ़िये जायेगा। पहिले तो रिाायन करो, रिाायन करो. . हल्ला किया। जब रिाायन कर दिया तो कुर्सी दो, कुर्सी हल्ला करने लगा। गजब है लोग। चैन से किसी को रहने ही नहीं देता है। जब-ाब इत्मीनान होने का सिचुएशन बना, तभे लोग परशान कर दिया। का करं, का नय करं गुरु। सबको कुर्सी चाहिए। एगो कुर्सी, आउर कैंडिडेट कई गो। वैसे भी गुरु को कुर्सी पर बैठे देखना बहुते को अच्छा नय लग रहा था। अब गुरु ने कुर्सी छोड़ दी है। बैठो जिसको बैठना है। गुरु अब गमों से समझौता करने लगे हैं। इसलिए बीमार पड़ गये हैं। लोग उस पर भी कहता है- सच्चो बीमार हो गये हैं का? दिल्ली नय जाना चाहते, इसीलिए बीमार पड़ गये हैं। अरे भाई, कम से कम बीमार पड़ने पर तो शुभ-शुभ बोलो। बीमार तो कोइयो हो सकता है। आप भी पड़ सकते हो। इसका का अर्थ निकाला जाये? खैर अभी तो गुरु हैं बीमार, बाकी सब लाचार . .।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें