फोटो गैलरी

Hindi Newsचुलबुल पांडे पहुंचे बिगबॉस, देसी गर्ल बनी खतरों की खिलाड़ी

चुलबुल पांडे पहुंचे बिगबॉस, देसी गर्ल बनी खतरों की खिलाड़ी

वर्ष 2010 में प्रमुख चैनलों पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक पिछली सीट पर सरक गए और रिएलिटी शोज के जरिए बड़े पर्दे के महारथी टीआरपी के महायुद्ध में अपने तरकश के तीर चमकाते नजर आए। कुछ चैनलों के प्राइम...

चुलबुल पांडे पहुंचे बिगबॉस, देसी गर्ल बनी खतरों की खिलाड़ी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Dec 2010 03:43 PM
ऐप पर पढ़ें

वर्ष 2010 में प्रमुख चैनलों पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक पिछली सीट पर सरक गए और रिएलिटी शोज के जरिए बड़े पर्दे के महारथी टीआरपी के महायुद्ध में अपने तरकश के तीर चमकाते नजर आए। कुछ चैनलों के प्राइम टाइम पर दिग्गजों की मौजूदगी ने टेलीविजन के रिमोट का इस्तेमाल बढ़ा दिया।

कलर्स टीवी पर खतरों के खिलाड़ी सीजन-3 के प्रसारण में सूत्रधार बनीं प्रियंका चोपड़ा। इसका पिछला संस्करण अक्षय कुमार ने पेश किया था। सीजन 3 में खिलाड़ियों के लिए खतरा तीन गुना अधिक बताया गया। इसके समाप्त होने के बाद इसकी जगह तीन अक्टूबर से लोकप्रिय शो बिग बॉस ने ली। जिसके सीजन-चार में सूत्रधार की भूमिका में अभिनेता सलमान खान थे। दस का दम में अपने चुलबुले अंदाज से दर्शकों को बांधे रखने वाले सलमान के जलवों ने बिग बॉस में भी खूब रंग बिखेरा।

बिग बॉस में टीआरपी रेटिंग पर फोकस साफ नजर आया। इसमें डॉली बिन्द्रा को बुलाया गया और झगड़े के बाद निकाला गया। लेकिन दर्शकों की मांग का हवाला देते हुए डॉली को फिर से बुला लिया गया।

बिग बॉस में एक विवाह भी हुआ और उसे लेकर विवाद भी उठे। एक प्रतिभागी सारा खान का उसके प्रेमी अली मर्चेंट के साथ विवाह हुआ। छोटे पर्दे पर हुए इस विवाह में अली के अभिभावक और सारा के मामा मौजूद थे। लेकिन बाद में सारा के पिता ने कहा कि उनकी बेटी और अली की शादी एक साल पहले हो चुकी थी।

बहरहाल 17 नवंबर को टेलीविजन के प्राइम टाइम कार्यक्रमों में अश्लीलता पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने निर्देश दिया कि बिग बॉस का प्रसारण रात 11 बजे से सुबह पांच बजे के बीच किया जाए। बाद में इस कार्यक्रम को पूर्व निर्धारित समय पर प्रसारित करने की अनुमति दे दी गई।

मंत्रालय ने अश्लीलता के आरोप में तेलुगु एस.एस. म्यूजिक चैनल पर सात दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया। एनडीटीवी इमेजिन पर पिछले जन्म के राज खोलने का दावा करने वाला शो राज पिछले जन्म का लोगों को पसंद आया और इसका दूसरा सीजन लौटा जिसे रवि किशन ने प्रस्तुत किया। इसी चैनल पर राखी सांवत का कार्यक्रम 'राखी का इंसाफ' आया जिसे पहले तो अश्लीलता के आरोप में सूचना और प्रसारण मंत्रालय से देर रात को प्रसारित करने का आदेश मिला और बाद में यह कार्यक्रम मुकदमेबाजी में घिर गया।

कार्यक्रम में आए एक प्रतिभागी से प्रस्तोता राखी ने कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा में बातचीत की और बाद में प्रतिभागी ने आत्महत्या कर ली। प्रतिभागी की मां ने राखी पर अपने बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा ठोक दिया।

फिल्म इंडस्ट्री के महानायक अमिताभ बच्चन की मेजबानी में सोनी चैनल पर कौन बनेगा करोड़पति-4 शुरू हुआ। इस शो की शुरुआत अमिताभ के जन्मदिन 11 अक्टूबर से रात्रि नौ बजे हुई।

शो में भाग लेने वालों को इस बार सिर्फ 12 सवालों का जवाब देकर एक करोड़ रुपए जीतने का मौका दिया गया वहीं 13वें सवाल का सही जवाब देने पर प्रतिभागी को पांच करोड़ रुपए देने की बात कही गई। नई लाइफ लाइनें भी जोड़ी गईं। इस शो ने जम कर सराहना बटोरी। यह शो दिसंबर में खत्म हो गया।

बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने टीवी शो झलक दिखला जा-4 में निर्णायक की भूमिका के साथ छोटे पर्दे पर कदम रखा। छोटे पर्दे पर व्यंजनों पर आधारित कार्यक्रमों की भी इस साल धूम रही। स्टार प्लस पर 16 अक्टूबर से भारतीय व्यंजनों पर आधारित शो मास्टर शेफ इंडिया लेकर आए अक्षय कुमार जिन्होंने प्रस्तोता और निर्णायक की भूमिका निभाई। किचन क्वीन के दो संस्करण कलर्स पर आए। पहले संस्करण में सूत्रधार बने रोनित राय और दूसरे में उनके साथ नजर आईं करिश्मा कपूर।

वैसे स्वादिष्ट भोजन के शौकीनों के लिये अच्छी खबर है। टेलीविजन की दुनिया में वे नए-नए व्यंजन बनाने के गुर और उससे संबंधित बातें आगे भी टेलीविजन पर देख सकेंगे। जल्द ही दो और नए चैनल शुरू होने वाले हैं, जिनपर सिर्फ खाना बनाने, खिलाने, परोसने और इससे जुड़ी तमाम बातें होंगी। इस कड़ी में सबसे पहले जी इंटरटनमेंट अपना चैनल खाना खजाना के नाम से शुरू कर चुका है।

मलेशिया की एस्ट्रो ऑल एशिया नेटवर्क्‍स संजीव कपूर की टेलीविजन कंपनी टर्मेरिक विजन के साथ मिलकर फूड-फूड नाम से चैनल शुरू कर रही है। साथ ही अल्वा ब्रदर्स ने भी खाना, कुकिंग और संबंधित गतिविधियों पर अगले साल विशेष चैनल फूड फर्स्ट शुरू करने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है।

छोटे पर्दे पर धारावाहिकों ने क्षेत्रीयता का रंग जम कर बिखेरा। देश के लगभग सभी बड़े राज्यों का प्रतिनिधित्व इन धारावाहिकों के माध्यम से छोटे पर्दे पर देखा जा सकता है। बालिका वधू ने जहां रंगीले राजस्थान की झलक दिखाई वहीं सबकी जोड़ी वही बनाता भाग्यविधाता ने बिहार की परंपराएं दिखाईं। लागी तुझसे लगन में महाराष्ट्र, ना आना इस देस लाडो में हरियाणा, साथ निभाना साथिया में गुजरात और यह प्यार न होगा कम में उत्तरप्रदेश नजर आया।

इन धारावाहिकों की खास बात यह है कि इनमें राज्य विशेष की पृष्ठभूमि, परिवेश, बोलचाल, परंपरा से लेकर परिधानों तक का विशेष ध्यान रखा गया। रिएलिटी शो के अलावा चक धूम धूम, डांस इंडिया डांस, इंडिया गॉट टैलेंट जैसे प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रमों के अगले भागों ने भी छोटे पर्दे पर रौनक बिखेरी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें