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धोनी का धमाल, सचिन का कमाल दिखा 2010 में

टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर इंडियन प्रीमियर लीग और चैंपियन्स लीग, वर्ष 2010 में हर जगह महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों का धमाल और सचिन तेंदुलकर के बल्ले का कमाल देखने को...

धोनी का धमाल, सचिन का कमाल दिखा 2010 में
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 22 Dec 2010 01:16 PM
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टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर इंडियन प्रीमियर लीग और चैंपियन्स लीग, वर्ष 2010 में हर जगह महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों का धमाल और सचिन तेंदुलकर के बल्ले का कमाल देखने को मिला।

धोनी की अगुवाई में भारत दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बना और एकदिवसीय क्रिकेट में उसने लंबे अर्से बाद एशिया कप जीता। धोनी की कप्तानी में ही पहली बार चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल चैंपियन बनी और फिर इस टीम ने दक्षिण अफ्रीका जाकर चैंपियन्स टवेंटी़ 20 लीग भी जीता।

तेंदुलकर के बल्ले की धमक साल भर दुनिया के हर कोने में सुनाई देती रही। बल्लेबाजी का बादशाह 37 साल का हो गया है लेकिन लगता है कि वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उन्होंने इस साल एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरे शतक के साथ ही 50वां टेस्ट शतक जड़कर इतिहास दर इतिहास रचा।

आईपीएल में दो नई फ्रेंचाइजी टीमों के जुड़ने के बाद उठा विवाद और इस टवेंटी 20 टूर्नामेंट के फाइनल के दिन ही ललित मोदी का निलंबन भारतीय क्रिकेट में इस साल सुर्खियों में रहा। यह मामला अब भी नहीं सुलझा है जिसके कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड को अदालतों तक के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। नेपोलियन ने कहा था कि इतिहास विजेता का होता है और इसलिए जब वर्ष 2010 में भारतीय क्रिकेट की चर्चा की जाएगी तो उसमें भारतीय टीम के बेजोड़ प्रदर्शन तथा तेंदुलकर के बल्ले से निकले रनों की चर्चा होगी।

भारत ने इस साल अब तक 13 टेस्ट मैच में सात में जीत दर्ज की है जबकि तीन में उसे हार मिली। धोनी की अगुवाई में टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ उसकी सरजमीं दो टेस्ट मैच में 113 रन और दस विकेट से जीत दर्ज करके जानदार आगाज किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच भारत पारी से हार गया लेकिन कोलकाता में उसने पारी से जीत दर्ज करके हिसाब बराबर किया।

दक्षिण अफ्रीका दौरे में भी भारत गाले में पहला मैच दस विकेट से गंवाने के बाद कोलंबो में वीवीएस लक्ष्मण के साहसिक शतक से जीत दर्ज करके सीरीज़ बराबर करने में सफल रहा। भारतीय टीम की सबसे बड़ी कामयाबी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज़ में क्लीन स्वीप रहा।

मोहाली में भारत ने हार के कगार से उबरकर लक्ष्मण की जुझारू पारी से जीत दर्ज की और बेंगलूर में तेंदुलकर का दोहरा शतक उसके लिए टॉनिक बना। न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट जीतकर भारत ने साल में तीसरी सीरीज़ जीती लेकिन दक्षिण अफ्रीका में उसे पहले मैच में पारी की हार के रूप में जोर का झटका लगा है। देखना है कि डरबन में 26 दिसंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में वह इससे उबर पाता है या नहीं।

एकदिवसीय मैचों में भारत ने 27 में से 17 जीते जबकि दस में उसे हार मिली। बांग्लादेश में त्रिकोणीय सीरीज़ हारने के बाद उसने दक्षिण अफ्रीका से वन डे सीरीज़ जीती। जिम्बाब्वे में दूसरे दर्जे की टीम कमाल नहीं दिखा पायी लेकिन एशिया कप में जब धोनी ने कमान संभाली तो टीम चैंपियन बनी।

श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज़ की हार का गम भारतीयों ने ऑस्ट्रेलिया पर जीत से भुलाया। इसके बाद गौतम गंभीर की अगुवाई में न्यूजीलैंड को 5-0 से क्लीन स्वीप किया। गंभीर पहले ऐसे भारतीय कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने पांच मैच की सीरीज़ में क्लीन स्वीप किया। तेंदुलकर ने इस साल खूब धूम मचायी। वह फरवरी में ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन बनाकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने।

टेस्ट मैचों में उन्होंने इस साल अब तक 13 मैच में 1543 रन बनाए हैं जिसमें सात शतक शामिल हैं। यह किसी कैलेंडर वर्ष में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 105 रन की पारी से वर्ष का आगाज किया और फिर श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलूर में दोहरा शतक जड़ा। उन्होंने सेंचुरियन में 50वां सैकड़ा लगाकर साबित कर दिया कि उनकी रनों की भूख लगातार बढ़ती जा रही है।

तेंदुलकर के अलावा वीरेंद्र सहवाग (1365), लक्ष्मण (805), राहुल द्रविड़ (744) और धोनी (693 रन) ने भी टेस्ट मैचों में इस साल अच्छा प्रदर्शन किया जबकि वन डे में विराट कोहली ने सर्वाधिक 995 रन बनाए। हरभजन सिंह के लगातार दो टेस्ट शतक भी यादगार रहे जबकि गेंदबाजी में जहीर खान ने 22.92 की औसत से 41 टेस्ट विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया।

आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स फाइनल में मुंबई इंडियन्स को 22 रन से हराकर चैंपियन बना। धोनी की टीम ने इसके बाद चैंपियन्स लीग में जोहानसबर्ग में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के वॉरियर्स को आठ विकेट से हराकर खिताब जीता। आईपीएल हालांकि विवादों से घिर गया। कोच्चि टीम की हिस्सेदारी को लेकर उठे विवाद की गाज सिर्फ मोदी पर ही नहीं बल्कि राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब पर भी गिरी।
बीसीसीआई ने इन दोनों टीमों को निलंबित कर दिया था लेकिन अदालत के हस्तक्षेप के कारण इन दोनों टीमों को जीवन मिला है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि अगले साल आईपीएल में आठ टीमें खेलेंगी या दस।

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