बराक मिसाइलें लेने के लिए नौसेना को हरी झंडी
सरकार ने भारतीय नौसेना को अपने युद्धपोतों की एयर डिफेंस प्रणाली के लिए इजरायल से ढाई सौ बराक मिसाइलें खरीदने को हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा देश की साढ़े सात हजार किलोमीटर की तटीय सीमा की कारगर...
सरकार ने भारतीय नौसेना को अपने युद्धपोतों की एयर डिफेंस प्रणाली के लिए इजरायल से ढाई सौ बराक मिसाइलें खरीदने को हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा देश की साढ़े सात हजार किलोमीटर की तटीय सीमा की कारगर निगरानी के लिए नौसेना को इजरायल से पांच एयरोस्टेट राडार लेने की भी मंजूरी दे दी गई है। नौसेना के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नौसेना को अर्से से सरकार की स्वीकृति का इंतजार था लेकिन बराक सौदे में दलाली के आरोपों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से तहकीकात के कारण मामला खटाई में अटका हुआ था। सूत्रों ने कहा कि युद्धपोतों की एयर डिफेंस प्रणाली से समझौता नहीं किया जा सकता और बराक मिसाइलों की गुणवत्ता में कोई खोट नहीं है। ऐसे में सरकार ने ढाई सौ मिसाइलें हासिल करने के लिए इजरायल के राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड के साथ बातचीत चलाने की मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने कहा कि नौसेना पश्चिमी और पूर्वी तट की निगरानी के लिए पांच एयरोस्टेट राडार लेने के सौदे को जल्दी ही अंतिम रूप देगी। भारतीय वायु सेना पहले ही इजरायल से दो एयरोस्टेट राडार ले चुकी है और चार अन्य राडार लेने का सौदा कर चुकी है। एयरोस्टेट राडार गुब्बारे पर लगाया जाता है और इससे बहुत नीची उड़ान भरते विमानों अथवा मानव राहित यानों को पकड़ा जा सकता है। धरती गोल होने की वजह से नीची उड़ान भरने वाले विमान जमीनी राडार की पहुंच से दूर छिटक जाते हैं जबकि आसमान में अधर में झूलने वाले एयरोस्टेट राडार की नजर से कुछ भी नहीं बच पाता।