मैं अटल के लिए प्रचार करुंगा : कल्याण
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मंगलवार को त्यागपत्र देने वाले कल्याण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लोकसभा चुनाव लखनऊ से लड़ने पर प्रचार करने की घोषणा की है। सिंह ने भाजपा से...
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मंगलवार को त्यागपत्र देने वाले कल्याण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लोकसभा चुनाव लखनऊ से लड़ने पर प्रचार करने की घोषणा की है। सिंह ने भाजपा से इस्तीफा देने के तुरंत बाद कहा कि वाजपेयी के लिए मेरे मन में अपार श्रद्धा है। यदि वह लखनऊ से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी लाइन से ऊपर उठकर उनका चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी को पता था कि पार्टी में उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है, फिर भी भाजपा में वाजपेयी ही ऐसे नेता हैं जिन्हें वह बेहद पसन्द करते हैं। उन्होंने कहा कि 2004 में भाजपा में शामिल होना उनकी राजनीतिक भूल थी। दिवंगत प्रमोद महाजन, पार्टी के वरिष्ठ नेता बलवीर पुंज और दीनानाथ मिश्र ने वाजपेयी के कहने पर उन्हें भाजपा में शामिल करवाने की पहल की थी। उन्होंने कहा कि वह भाजपा नेताआें का आग्रह टाल नहीं सके थे, लेकिन वह मानते है कि भाजपा में शामिल होकर उन्होंने राजनीतिक भूल की थी। सिंह ने कहा कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लडेंगे, लेकिन यदि इस मसले पर अपना फैसला बदलते हैं तो उनका चुनाव क्षेत्र एटा ही होगा। उन्होंने कहा कि सपा नेताआें मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह से दो दिन पूर्व उनकी मुलाकात हुई थी। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने सपा से समझौते के बारे में कुछ नहीं कहा, पर स्वीकार किया कि यादव से उनकी दोस्ती है। उन्होंने कहा कि वह तो भाजपा नेतृत्व से सिर्फ बुलंदशहर सीट पर अपनी राय मानने का आग्रह कर रहा था, लेकिन उन्हें अफसोस है कि अशोक प्रधान को उनसे यादा तरजीह दी गई। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा उत्तर प्रदेश में पांच और पूरे देश में 118 सीटों से यादा हासिल नहीं कर पाएगी। अयोध्या आन्दोलन के नायक रहे सिंह ने कहा कि भाजपा में पिछड़ों की कोई पूछ नहीं है जबकि आबादी के अनुसार यह वर्ग 50 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि भाजपा में पिछड़ी जाति के लोगों का कोई स्थान नहीं है।