फोटो गैलरी

Hindi Newsजॉब संभावनाओं से भरा क्षेत्र है स्पा थैरेपी

जॉब संभावनाओं से भरा क्षेत्र है स्पा थैरेपी

मैं कॉमर्स स्नातक हूं। मैं होटलों, स्पा सेंटरों या फिर खुद के व्यवसाय में स्पा थैरेपिस्ट के रूप में काम करना चाहता हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि इसके लिए क्या शैक्षिक योग्यता की जरूरत है, संस्थान...

जॉब संभावनाओं से भरा क्षेत्र है स्पा थैरेपी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 12 Oct 2010 03:17 PM
ऐप पर पढ़ें

मैं कॉमर्स स्नातक हूं। मैं होटलों, स्पा सेंटरों या फिर खुद के व्यवसाय में स्पा थैरेपिस्ट के रूप में काम करना चाहता हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि इसके लिए क्या शैक्षिक योग्यता की जरूरत है, संस्थान कौन से हैं तथा कोर्स कितनी अवधि के होते हैं। मैं यह भी जानना चाहता हूं कि इस क्षेत्र की क्या ग्रोथ है और नौकरी के अवसर कितने हैं?
हरीश कुमार

स्पा थैरेपी में करियर आर्थिक सुरक्षा और भविष्य में काफी संभावनाओं से भरपूर है। इस क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है और इसमें प्रशिक्षित लोगों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। जिस तेजी से इस क्षेत्र में प्रगति हो रही है, उसके चलते स्पा सेंटर्स की संख्या हर वर्ष दोगुनी होती जा रही है। मसाज और स्पा में प्रोफेशनल कोर्स करके इस करियर में प्रवेश किया जा सकता है और आपकी मांग बढ़ने के साथ-साथ आपकी लोकप्रियता भी बढ़ने लगती है। मसाज और स्पा थैरेपी में प्रोग्राम छात्र को मानव शरीर की मूलभूत साइकोलॉजी और उसकी संरचना को समझने में सहायता करता है। यह विभिन्न तरह की शारीरिक संरचनाओं और उनकी खामियों को समझने में सहायक होता है। छात्रों को विभिन्न तरह की मालिशों और स्पा थैरेपी के बारे में पढ़ाया जाता है और मालिश के जरिये उन स्थितियों को जांचने, जिनका इलाज करना है, के बारे में भी बताया जाता है। छात्रों को यह भी पढ़ाया जाता है कि वे सेल्यूलाइट को कैसे ट्रीट करें या हीट थैरेपी, बॉडी रैप्स, मड रैप्स, बॉडी पॉलिशिज और सॉल्ट एक्सफॉलिएशन को कैसे प्रयोग किया जाता है। इस प्रोग्राम में एरोमा थैरेपी, मसल स्टिम्युलेशन, सेनिटेशन और स्टरलाइजेशन को भी शामिल किया जाता है। भारत में शहनाज हुसैन ऐसे संस्थानों की एक चेन चलाती हैं, जहां डिप्लोमा इन ब्यूटी थैरेपी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन स्किन एंड ब्यूटी थैरेपी और शॉर्ट टर्म वोकेशनल कोर्सेज करवाए जाते हैं। मसाज और स्पा थैरेपी में कई संस्थान कोर्स ऑफर करते हैं जैसे बॉडी ट्री ट्रेनिंग सेंटर, जहां आयुर्वेद, आयुर्वेदिक मेडिसिन, मसाज एंड ट्रेडिशनल इंडियन प्रैक्टिसिज पर कोर्स करवाए जाते हैं। अभियंगा मसाज तथा केरल स्थित अनेक संस्थान भी मसाज और स्पा थैरेपी कोर्स ऑफर करते हैं।

मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी मैथ्स (ऑनर्स) किया है और अब ऑपरेशनल रिसर्च में एमएससी कर रहा हूं। मैं जानना चाहता हूं कि क्या ऑपरेशनल रिसर्च एक अच्छा विषय है? इसके अलावा यह करके मुझे किसी तरह की नौकरी उपलब्ध होगी? मैं एमबीए प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी कर रहा हूं। क्या मुझे ऑपरेशनल रिसर्च की पढ़ाई जारी रखनी चाहिए अथवा एमबीए के लिए आवेदन करना सही रहेगा? 
कविता शर्मा

ऑपरेशनल रिसर्च एक प्रोफेशन है, जहां रचनात्मकता, उत्साह और काम करने की पहल उतनी ही महत्त्वपूर्ण है, जितनी की तकनीकी योग्यता। पढ़ाई पूरी करने के बाद आपके लिए कई तरह के विकल्प है, जहां आप अपनी अच्छी पहचान बना सकते हैं। इसी कारण इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना कुल मिला कर आपके अपने हाथों में है।

यदि आप सामान्य मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो आपके पास कुछ अन्य तरीके भी हैं, जिनसे आप संस्थान के प्रबंधन के तौर-तरीकों की समझ विकसित कर सकते हैं। ऑपरेशन रिसर्च टीम ऐसे प्रोजेक्ट्स पर काम करती है, जिसके लिए व्यापक बिजनेस स्किल्स की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त इनका व्यवहार शॉपफ्लोर से लेकर बोर्डरूम तक हर स्तर के व्यक्तियों से होता है। तेजी से ऐसे निदेशकों और वरिष्ठ प्रबंधकों की संख्या बढ़ रही है, जिन्होंने अपना करियर ऑपरेशन रिसर्च से ही शुरू किया था। आपकी करियर महत्त्वाकांक्षाएं कुछ भी हों, आप ऑपरेशन रिसर्च के द्वारा भी उन्हें पूरा कर सकते हैं।

परंतु यदि आप सीधे ही प्रबंधन के क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो एमबीए करना ही सबसे बेहतर विकल्प होगा। शुरुआत में अच्छे जॉब अवसर उपलब्ध हो जाएंगे, पर वही समय काफी संघर्षपूर्ण भी होगा, जिसमें आप अपनी संभावनाओं के आकाश को विकसित कर सकते हैं।

मैं सोशल वर्कर (सामाजिक कार्यकर्ता) बनना चाहता हूं, लेकिन इसके स्कोप को लेकर वास्तव में भ्रमित हूं। क्या आप मेरी मदद कर सकती हैं?
अभिजित, दिल्ली

सोशल वर्क का दायरा अपेक्षाकृत काफी विशाल है। सोशल वर्कर्स न केवल पारंपरिक सोशल सर्विस एजेंसी में कार्य करते हैं, बल्कि इनका क्षेत्र उससे काफी बड़ा है। सोशियोलॉजिस्ट तथा सोशल वर्कर के लिए करियर के अवसर मास्टर्स में विशेषज्ञता के किसी व्यक्ति विशेष के निर्दिष्ट क्षेत्र पर निर्भर करता है। बहरहाल व्यापक रूप से अधिकांश सोशियोलॉजिस्ट /सोशल वर्कर सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के लिए काम करते हैं। सबसे पहले आप किसी एनजीओ के साथ काम करना शुरू करें। सोशल वर्क में शैक्षिक योग्यता से ज्यादा दृढ़ निश्चय और सहायता करने की इच्छा-भावना की अपेक्षा ज्यादा जरूरी है। वैसे तो कोई औपचारिक प्रशिक्षण की जरूरत नहीं होती, लेकिन इस क्षेत्र में सफल होने के लिए सोशल वर्क में डिग्री मददगार होगी। किसी विषय में ग्रेजुएशन करने के बाद आप ज्यादातर यूनिवर्सिटीज तथा दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क-दिल्ली यूनिवर्सिटी तथा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वीएसडब्ल्यू या एमएसडब्ल्यू के लिए आवेदन कर सकते हैं। ज्यादातर कोर्स में एडमिशन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होता है तथा इससे आपकी लगन और इच्छाशक्ति का अंदाजा एक दिए गए विषय के आधार पर लिया जाता है। साथ ही आपकी सम्प्रेषण शक्ति और कोर्स करने की प्रेरणा शक्ति को जांचा जाता है। सोशल वर्क के अन्य विशिष्ट क्षेत्रों के लिए अन्य ट्रेनिंग कोर्स भी हैं जैसे रिहेबिलिटेशन काउंसिल, स्पास्टिक सोसायटी, एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड तथा अन्य संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे कोर्स। इनमें से कोई भी कोर्स आपको इस क्षेत्र में प्रवेश दिला देगा और वह करियर की आपकी अपेक्षाओं को पूरा कर सकता है। लेकिन आप सोशल वर्क में करियर का फैसला करें, इससे पहले मैं चाहती हूं कि आप सच में जान लें कि सोशल वर्क का कार्यक्षेत्र है क्या।

सोशल वर्कर का क्षेत्र हो सकता है- मेडिकल सोशल वर्क, स्कूल सोशल वर्क, कलीनिकल सोशल वर्क, सोशल वर्क-एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट, सोशल वर्क-केस मैनेजर, इंटरनेशनल सोशल वर्क, सोशल वर्क-बच्चे तथा परिवार-नर्सिंग होम में सोशल वर्क, साइकेट्रिक हॉस्पिटल में सोशल वर्क, सोशल वर्क- कम्युनिटी ऑर्गेनाइजर।

अगर अपनी शिक्षा और करियर को लेकर आपके जेहन में भी कोई सवाल है तो लिख भेजें-सलाह, नई दिशाएं, हिन्दुस्तान, 18-20 कस्तूरबा गांधी मार्ग, नयी दिल्ली-110001 या मेल करें- naidishayen@hindustantimes.com

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें