सुर बदले, बढ़ने लगीं नजदीकियां
प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि नीतीश कुमार लालू प्रसाद से बेहतर मुख्यमंत्री हैं लेकिन इस मसले को चुनाव और आगे सरकार बनाने की कवायद से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यह सही है कि कांग्रेस के सत्ता से अलग होने...
प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि नीतीश कुमार लालू प्रसाद से बेहतर मुख्यमंत्री हैं लेकिन इस मसले को चुनाव और आगे सरकार बनाने की कवायद से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। यह सही है कि कांग्रेस के सत्ता से अलग होने के बाद नीतीश कुमार की सरकार ही बेहतर काम कर रही है। राहुल गांधी ने उनकी प्रशंसा कर जवाहरलाल नेहरू द्वारा शुरू की गई उस स्वस्थ परंपरा को फिर से शुरू किया है जिसके तहत श्यामा प्रसाद मुखर्जी जसे गैर कांग्रेसी नेता भी मंत्रिमंडल में शामिल किये जाते थे। इसी के तहत उन्होंने चंद्र बाबू नायडू की भी प्रशंसा की है।ड्ढr ड्ढr पार्टी नेता साधु यादव की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को कहा कि नीतीश कुमार स्वच्छ राजनीति के पोषक हैं लेकिन सत्ता का संचालन वे जातीय चश्मा पहनकर करते हैं। उनके कार्यकाल में सवर्ण ठगा सा महसूस कर रहे हैं। साधु यादव को ठीक करने संबंधी लालू प्रसाद के बयान से नाराज पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि साधु राजनीति के उगते सूर्य हैं जबकि लालू प्रसाद डूबते सूर्य। इनके कांग्रेस में मिलने से लालू प्रसाद कमजोर पड़ गये हैं और कांग्रेस को मजबूती मिली है। यही कारण है कि श्री प्रसाद ऐसी बातें कर रहे हैं। राबड़ी देवी द्वारा यह कहे जाने पर कि कांग्रेस साधु को लात मारकर निकाल देगी, श्री शर्मा ने कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि वे कांग्रेस के गठाोड़ में नहीं हैं और कांग्रेस कोई फैसला किसी के उकसावे में आकर नहीं करती है। उन्होंने कहा कि चौथे चरण की तीनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार मजबूत स्थिति में हैं। पाटलिपुत्र में लड़ाई के चार कोण हैं और संघर्ष बड़ा पैना है। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डा. समीर कुमार सिंह, विधान पार्षद श्रीमती ज्योति, पूर्व विधान पार्षद डा. अजय कुमार सिंह, मो. अशगर अली, पूर्व प्रवक्ता एच के वर्मा, अररिया के उम्मीदवार शकील अहमद खान आदि मौजूद थे।