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विकास को ठेंगा दिखा रहे हैं सूबे के अफसर

राज्य के 16 जिलों के अफसर विकास को अंगूठा दिखा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2008-0े समाप्त होने में ढ़ाई महीने से भी कम का समय रह गया है लेकिन उन्होंने अब तक पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि (बीआराीएफ) के तहत...

 विकास को ठेंगा दिखा रहे हैं सूबे के अफसर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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राज्य के 16 जिलों के अफसर विकास को अंगूठा दिखा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2008-0े समाप्त होने में ढ़ाई महीने से भी कम का समय रह गया है लेकिन उन्होंने अब तक पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि (बीआराीएफ) के तहत ग्रामीण इलाकों की विकास योजना बनाकर नहीं भेजा है। बीआराीएफ के तहत केन्द्र सरकार पिछड़े जिलों के विकास के लिए राशि देती है। अफसरों की लापरवाही के कारण केन्द्र सरकार से इस मद में मिलने वाले लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपये मिलने पर संकट छा गया है। पंचायती राज विभाग ने इन जिलों के उप विकास आयुक्तों से कहा है कि वे एक सप्ताह के भीतर विकास योजनाएं विभाग को भेजें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। साथ ही इसकी शिकायत भी मुख्यमंत्री से की जाएगी।ड्ढr ड्ढr सोमवार को विभाग ने इस मसले को लेकर राज्य भर के उप विकास आयुक्तों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विभाग के प्रधान सचिव के.सी. साहा और निदेशक मयंक बड़बड़े भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार बैठक में यह बात उभर कर आई कि अब तक मात्र 21 जिलों ने ही विकास की योजना बनाकर भेजी है।

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