फोटो गैलरी

Hindi Newsशेयर बाजारः अब आ गई फैसला लेने की घड़ी

शेयर बाजारः अब आ गई फैसला लेने की घड़ी

शेयर बाजार में निवेशक हरदम ही दुविधा में रहता है। अब बाजार बढ़ रहा है तो भी चिंतित है। सभी को लग रहा है कि वह शेयर तब बेचे जब सबसे ऊपर हो, लेकिन मन डर भी है कि कहीं बाजार नीचे न चला जाए। कुछ ऐसे भी...

शेयर बाजारः अब आ गई फैसला लेने की घड़ी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Sep 2010 12:41 AM
ऐप पर पढ़ें

शेयर बाजार में निवेशक हरदम ही दुविधा में रहता है। अब बाजार बढ़ रहा है तो भी चिंतित है। सभी को लग रहा है कि वह शेयर तब बेचे जब सबसे ऊपर हो, लेकिन मन डर भी है कि कहीं बाजार नीचे न चला जाए। कुछ ऐसे भी हैं जो अभी तक कुछ भी निवेश नहीं कर सके हैं और बाजार बढ़ने पर पछता रहे हैं और पैसा लगाने को ललचा रहे हैं।

ऐसे में क्या किया जाए यह सवाल सबसे बड़ा हो गया है। वैसे सबसे अच्छा तरीका सबसे आसान है, लेकिन उसके लिए धैर्य की जरूरत होती है और मन कड़ा करने की। अगर किसी अच्छे शेयर में निवेश किया हुआ है और वह काफी बढ़ चुका है तो दो बातें देखें। पहली अभी पैसों की जरूरत है या नहीं, दूसरी बात कि अगर अभी पैसों की जरूरत नहीं है तो आगे निवेश के लिए पैसा और है या नहीं।

अगर पैसों की जरूरत है और शेयर अच्छा फायदा दे रहा है तो बेचने का समय है, लेकिन अगर बेचना नहीं चाहते हैं तो दूसरी बात पर ध्यान दें। आगे बाजार चढ़े या गिरे अपने शेयर में लगातार निवेश की रणनीति बना लें। हर माह उसमें जरूर निवेश करें। यह प्रक्रिया कुछ साल तक चलने से शेयर में निवेश उसके भाव से काफी कम हो जाता है। जिसके बाद घाटे की आशंका लगभग खत्म हो जाती है।

इस बात को एसबीआई के शेयर से समझा जा सकता है। अगर किसी ने एक जनवरी से अभी तक हर माह एक शेयर खरीदा है तो एक सितम्बर तक उसका कुल निवेश 20 हजार के आसपास है यानी उसके नौ शेयरों का औसत मूल्य करीब 2268 रुपए। और इसका भाव फिलहाल काफी ज्यादा है। ऐसे में अगर निवेश लगातार बनाए रखा जाए तो एक समय आएगा जब शेयर का बाजार भाव निवेश मूल्य से काफी अधिक होगा फिर बाजार गिरने की चिंता नहीं सताएगी, लेकिन ध्यान रखें निवेश बीच में टूटना नहीं चाहिए।

E-mail : vinay.mishra @hindustantimes.com

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें